1936 में डायबिटीज पर हुए इस जाँच को क्यों रखा गया सबसे दूर?, डायबिटीज कब से है?
1936 में डायबिटीज को लेकर एक रिसर्च की गई जिसमें डायबिटीज टाइप 1 और डायबिटीज टाइप 2 में अंतर बताया गया, साथ ही ये भी कहा गया कि आज लोग इंसुलिन डेफिशियेंसी से ग्रसित नहीं हैं, बल्कि इंसुलिन रेजिस्टेंस से ग्रसित हैं।(डायबिटीज कब से है?)
Written By: Pragya Jha, National Khabar
डायबिटीज पर यूँ तो कई शोध हो चुके हैं, लेकिन एक ऐसा शोध जिसे आज तक बहुत कम लोग ही पढ़ते होंगे या सिर्फ कुछ लोगों को ही बताया गया होगा। 1936 में सर हेरोल्ड हिमस्वॉर्थ द्वारा की गई रिसर्च के मुताबिक आज के मरीजों में इंसुलिन की कमी की दिक्कत नहीं है, बल्कि आज के मरीजों में इंसुलिन रेजिस्टेंस की समस्या है। इंसुलिन रेजिस्टेंस का मतलब है कि इंसुलिन तो है, लेकिन वो सेल्स तक नहीं पहुँच रही है। इसके कई कारण हो सकते हैं, लेकिन सबसे बड़ा कारण है सेल्स का बंद होना। सेल्स पर एक परत जो तेल से बने धुएं की हो सकती है, जिसके कारण सेल्स तक इंसुलिन नहीं पहुँचता और इंसुलिन रेजिस्टेंस की समस्या उत्पन्न हो सकती है। भारत में आज तक लोगों को यही लगता है कि उन्हें इंसुलिन की कमी की समस्या है, लेकिन ऐसा नहीं है। अधिकतर मरीजों को इस बात की जानकारी नहीं है और ऐसे में वो लगातार इलाज लेते हैं और इंसुलिन लेते हैं। इस रिसर्च के माध्यम से शोधकर्ता डॉ. एस कुमार डायबिटीज के मरीजों का इलाज कर रहे हैं। इससे उन्हें कई मायनों में मरीजों को होता हुआ फायदा भी दिख रहा है। कई ऐसे मरीज हैं जो डायबिटीज से निजात पा रहे हैं, तो इस रिसर्च पर शोधकर्ता डॉ. एस कुमार का क्या कहना है, ये सुनने के लिए नीचे दिए हुए लिंक पर क्लिक करें। (डायबिटीज कब से है?)
Video Link-https://youtu.be/jvAJwed3R4k?si=PNApYvbSitN2EwkT
आइए जानते हैं एस कुमार के बारे में
डॉ. एस कुमार Appropriate Diet Therapy Centre के संस्थापक हैं । डॉ. एस कुमार पीएचडी होल्डर होने के साथ साथ “डॉक्ट्रेट ऑफ लिटरेचर” की डिग्री रसियन यूनिवर्सिटी से प्राप्त कर चुके हैं साथ ही 3 बार गोल्ड मेडलिस्ट भी रहे हैं । डायबिटीज की दुनियां में शोध करने के लिए उन्हें फ्रांस की सीनेट में भारत गौरव अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है। इतना ही नहीं डॉ. एस कुमार को लंदन की 200 साल पुरानी पार्लियामेंट में डायबिटीज पर शोध के लिए बेस्ट साइंटिस्ट के अवार्ड से भी नवाजा गया है।
डॉ. एस कुमार अभी तक कई किताबें भी लिख चुके हैं, जिनमें से एक पुस्तक को राष्ट्रपति भवन के पुस्तकालय में स्थान भी दिया गया है। भारत में Appropriate Diet Therapy Centre की 56 से अधिक शाखाएं संचालित हैं यदि आप भी संपर्क करना चाहते हैं तो दिए गए नंबर कॉल करें : +91 9372166486