तिरुपति मंदिर में दर्शन के लिए फेस रिकॉग्निशन टेक्नोलॉजी की होगी शुरुआत, जानिए इसकी वजह!
रिपोर्ट: नेशनल ख़बर
आंध्र प्रदेश के चित्तुर जिले में बना विश्वप्रसिद्ध तिरुपति मंदिर में अब फेस रिकॉग्निशन टेक्नोलॉजी वाले कैमरे की शुरुआत कर दी गई है। इस टेक्नोलॉजी की मदद से मंदिर प्रशासन को भक्तों के लिए सर्विस बेहतर करने में मदद मिलेगी। अब दर्शन के लिए टोकन की व्यवस्था समाप्त कर दी गई है। यानि कि भक्त अब जल्दी दर्शन कर पाएंगे।
सबसे पहले फेस रिकॉग्निशन टेक्नोलॉजी को भक्तों के सामान्य दर्शन काउंटर, लड्डू काउंटर और रुकने के लिए बनी धर्मशाला में शुरू कर दिया गया है। इससे बार-बार दर्शन करने वाले भक्तों की जगह जो भक्त वास्तव में लंबे समय से इंतजार में हैं वो जल्दी दर्शन कर सकेंगे। मंदिर की फ्री सेवाओं का जो दुरुपयोग हो रहा था उसे रोकने के लिए तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम यानी TTD ने यह निर्णय लिया है।
यह फेस रिकॉग्निशन टेक्नोलॉजी ठीक वैसे ही काम करती है जैसे यूजर मोबाइल को अनलॉक करने के लिए अक्सर किया जाता है। इसमें ऐसा सॉफ्टवेयर प्रयोग किया गया है जिससे जेंडर, उम्र और इमोशन को आधार बनाकर चेहरे की पहचान की जा सकेगी। इससे दो चेहरों के बीच में फर्क भी बताने की क्षमता है। इस टेक्नोलॉजी में लगातार अपडेट्स भी किए जा रहे हैं।