दिल्ली के मंत्रीमंडल में हुआ बड़ा फेर बदल , आतिशी मर्लेना पर क्यों जताया इतना भरोसा ?
रिपोर्ट :- प्रज्ञा झा
दिल्ली के मंत्रीमंडल में शुक्रवार को बड़ा फेरबदल हुआ है| आतिशी मर्लेना अब मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बाद दूसरे नंबर की सबसे बड़ी नेता कहलाएंगी | मनीष सिसोदिया के जेल जाने के बाद शिक्षा विभाग उन्हें सौंप दिया गया था लेकिन अब आतिशी को सिर्फ शिक्षा ही नहीं बल्कि पर्यटन , PWD, ऊर्जा , सुरक्षा, वित्त, और महिला एवं बाल कल्याण जैसे बड़े और महत्वपूर्ण विभाग सौंप दिए गए हैं | इस फेर बदल को लेकर LG वीके सक्सेना ने भी “हाँ” बोल दिया है | इस बीच सबसे बड़ा सवाल ये उठ रहा है की आखिर आतिशी मर्लेना को ही ये सारे विभाग क्यों सौंपे गए हैं | जबकि आम आदमी पार्टी में कैलाश गेहलोत और गोपाल राय जैसे बड़े और दिग्गज नेता हैं |
इसका कारन ये है की पार्टी को ये आशंका है की जल्द ही कैलाश गेहलोत की गिरफ़्तारी का मामला सामने आ जाएगा और जैसे मनीष सिसोदिया और सतेंद्र जैन को बीच में अपनी जिम्मेदारी छोड़नी पड़ी वैसे ही कैलाश गेहलोत को भी छोड़नी पद सकती है | इस आशंका का सबसे बड़ा कारण ये है की डीटीसी बसों की खरीद फ़रोख में कुछ अनियमितताएं जताई जा रही हैं जिसके चलते जल्दी ही जाँच एजेंसीयों का शिंकजा कैलाश गेहलोत पर कस सकता है और उन्हें बीच में ही अपनी जिम्मेदारी छोड़नी पड़ सकती है | अब बात गोपाल राय की करें तो उनपर प्रदेश में पार्टी की अहम् भूमिका है और इससे पहले उनपर पर्यटन मंत्रालय सँभालने के दौरान कुछ आरोप लगे थे जिसके बाद अरविंद केजरीवाल से उनकी ज्यादा नहीं पटती |
बात आतिश की करें तो आतिशी मर्लेना पार्टी में एक महत्वपूर्ण रोले निभा रही हैं क्यूंकि पार्टी द्वारा बनाए गए जो भी योजनाएँ हैं उन्हें धरातल पर लाने का बड़ा काम किया और पहले भी भले ही शिक्षा विभाग मनीष सिसोदिया के पास हो लेकिन कौन से विभाग में किसी पढाई होगी बच्चों के लिया क्या नया होगा , शिक्षकों की कैसे विदेश भेजा जाए और किसी ट्रेनिंग दी जाए ये सब आतिशी मर्लेना ही प्लान करती थी | इसके साथ बीजेपी के लिए आतिशी पर वार करना भी आसान नहीं हो पाएगा | ऐसे में किसी ऐसे व्यक्ति की जरुरत थी जो लम्बे समय तक सभी जिम्मेदारियों को निभा सके |