ब्रजमंडल यात्रा निकालने के फैसले से नूह की सीमाएं सील
रिपोर्ट :- प्रज्ञा झा
नूह हिंसा को अभी कुछ ही दिन बीते थे की एक बार फिर से राज्य में बड़ी तादात में सुरक्षा बालों को तैनात किया गया है। वो इसलिए की VHP यानि विश्व हिन्दू परिषद् द्वारा सोमवार को ब्रजमंडल यात्रा निकालेगी। इस फैसले के बाद से लगातार राज्य में सुरक्षाबलों की संख्या बढ़ा दी गयी है। प्रसाशन की तरफ से कहा गया है की यात्रा की अनुमति नहीं दी गयी है बस सभी लोग मंदिर में जा कर जल चढ़ाएँगे। लेकिन सरकार किसी भी तरह का रिस्क लेने से डर रही है। इसके चलते खूफिया तंत्र चप्पे-चप्पे पर नज़र रखेगी। किसी भी गाड़ी को तभी एंट्री मिलेगी जब उसकी जाँच की जाएगी। हर अधिकारी की छुट्टी को रद्द कर दिया गया है। ड्यूटी मजिस्ट्रेट की संख्या बढ़ा दी गयी है और डीसी का कहना है की किसी भी तरह की लापरवाही नहीं बर्दास्त की जाएगी ।
पूरे मामले को लेकर मनोहर लाल सरकार ने भी साफ कर दिया है की किसी को यात्रा की इजाजत नहीं दी गयी है वो सिर्फ अलग -अलग मंदिरों में जाकर जल चढ़ाकर वापस आ जाएंगे। इस यात्रा के चलते सभी स्कूल और कॉलेज को बंद कर दिया गया है। पुलिस की तरफ से कहा गया की कोई व्यक्ति अगर धारा-144 का उल्लंघन करता नज़र आया तो तुरंत करवाई की जाएगी। किसी भी संदिग्ध व्यक्ति को तभी छोड़ा जाएगा जब उससे पूछताछ की जाएगी।
डीजीपी ने पड़ोसी राज्यों के अधिकारियों के साथ ऑनलाइन बैठक कर किसी भी आपातकालीन स्थिति क लिए तैयार रहने को कहा जिसमें पंजाब, दिल्ली ,UP, राजस्थान के कई बड़े अधिकारी शामिल थे ।