भारत में कैसे बढ़ रहा है नशाखोरी का व्यापार? शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान की गिरफ्तारी से उठ रहे सवाल
रिपोर्ट- भारती बघेल
जब से क्रूज में रेव पार्टी करने और ड्रग्स पाए जाने के आरोप में एनसीबी ने बॉलीवुड स्टार शाहरुख खान के आर्यन को गिरफ्तार किया है। आर्यन के साथ- साथ आठ लोगों को गिरफ्तार किया है। गोवा जा रहे क्रूज में आर्यन अपने दोस्तों के साथ रेव पार्टी कर रहे थे। एनसीबी में जिन लोगों को गिरफ्तार किया है उनसे कोकीन, चरस और एमडी जैसे नशीले पदार्थ मिले थे। एनसीबी सभी को लेकर गोवा से मुंबई लेकर पहुंची थी। आपको बता दें कि रेव पार्टी में शामिल होने वालों से 75 हजार रुपये लिए गए थे।
क्या कहना है क्रूज कंपनी का
कार्डेलिया क्रूज नाम की ये कंपनी है जिस पर रेव पार्टी का भंडाफोड़ हुआ है। इसकी सीईओ जुरगन बेलम की ओर से एक बयान जारी किया गया जिसमें कहा गया कि रेव पार्टी से कंपनी से कोई लेना देना नहीं है।उन्होंने आगे कहा कि दिल्ली की एक इवेंट मैनेजमेंट कंपनी ने किराए पर लिया था। वहीं जो भी जांच होगी, उसमें हम सहयोग करेंगे।
छापे में क्या-क्या हुआ बरामद
एनसीबी ने जो बताया उसके हिसाब से 13 ग्राम कोकीन, 5 ग्राम एमडी, 21 ग्राम चरस और एक्सटसी के अलावा 1.33 लाख रुपये बरामद किए गए हैं। इसके तहत धारा आठ सी, 20-बी, 27 और 35 के तहत कार्रवाई की गई।मिली जानकारी के मुताबिक केंद्रीय गृह मंत्रालय की तरह से ड्रग्स तस्करी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने में जुट गया है। इससे निपटने के लिए एनकोर्ड सेंटर बनाया गया है। और जो भी ड्रग्स के बड़े मामलों की निगरानी के लिए सिम्स भी बनाया गया है।
गृह मंत्रालय के जो अधिकारी हैं उन्होंने बताया कि एजेंसियों के बीच बेहतर तालमेल और निगरानी प्रणाली से ड्रग्स तस्करी का पता लगाने में महत्वपूर्ण साबित हो रही है। गृह मंत्रालय की मानें तो एनकोर्ड का गठन 2016 में ही हो गया था, लेकिन इसका विस्तार 2019 में जिला स्तर पर कर दिया गया था। इससे केंद्रीय गृह मंत्रालय का प्लान है कि जो भी सूचना जिले से मिले उसके आधार पर ड्रग्स तस्करों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की जाएगी। हालांकि कोरोना के चलते इसमें कुछ समस्याएं जरुर आईं लेकिन अब ये पूरी तरह काम कर रहा है।
सुशांत सिंह के बाद से ही निशाने पर है बॉलीवुड
सुशांत सिंह की मौत के बाद से ड्रग्स को लेकर बॉलीवुड निशाने पर है। एनसीबी ड्रग्स के मामले में अब तक 33 लोगों के विरुध्द आरोप पत्र पेश कर चुकी है। रिया चक्रवर्ती के व्हाट्सएप से ड्रग्स के कारोबार का खुलासा हुआ है। इसके बाद से ही एनसीबी ने छानबीन करना शुरु कर दिया। जैसा कि आप जानते हैं कि एनसीबी की जांच कई महीनों तक चली। इस जांच में रिया चक्रवर्ती और उनके भाई समेत 33 लोगों को गिरफ्तार किया गया। आपको याद दिला दें कि इस मामले में दीपिका पादुकोण, सारा अली खान और श्रध्दा कपूर समेत कई लोगों ने एनसीबी से पूछताछ की थी।
आर्यन खान को नहीं मिल पाई है अब तक रिहाई
आर्यन खान की जमानत को लेकर तारीख पर तारीख निकल रही हैं लेकिन अब तक रिहाई नहीं मिल पाई है। हर बार कोर्ट में आर्यन के वकील और एनसीबी की लंबी बहस होती है और आखिर में आते-आते आर्यन की जमानत खारिज हो जाती है।जमानत को लेकर एनसीबी की यही दलील होती है कि एक आरोपी की जानकारी दूसरे किसी व्यक्ति से नहीं मिल सकती। भले ही आर्यन के पास से ड्रग्स न मिले हों लेकिन वो वहां पर मौजूद थे। ये कोई साजिश भी हो सकती है इसलिए जांच जरुरी है। विदेशों से जो ये ड्रग्स की लेनदेन हो रही है इस पर जांच बेहद जरुरी है।
वहीं आर्यन के वकील का कहना है कि आर्यन को जबरदस्ती इस केस में फंसाया जा रहा है जबकि न तो उनके पास से ड्रग्स मिले हैं और न ही उनके पास से कोई केश बरामद किया गया है। और रही बात मुनमुन धमेचा की तो उसको भी आर्यन नहीं जानते। दरअसल हुआ ऐसा कि एनसीबी ने तीनों को पकड़कर एक साथ पेश किया इसलिए आर्यन और उसके साथ पर उंगलियां उठने लगी जबकि हकीकत ये नहीं है। हकीकत में तो आर्यन मुनमुन धनेचा को जानते तक नहीं। आपको बता दें कि हर बार आर्यन के वकीन कड़ी मशक्कत करके जमानत कराने की कोशिश करते हैं लेकिन आखिरी वक्त पर एनसीबी कोई न कोई पेंच फंसा देती है।
वहीं आर्यन खान अभी भी आर्थर रोड जेल में बंद हैं।टीवी चैनलों की तरफ से आएदिन खबरे आती रहती है जिसमें आर्यन खान से जुड़े पल पल के अपडेट्स मिलते रहते हैं कि कब आर्यन की आंखों में आंसू आए। कब आर्यन को अपने माता पिता की याद आयी। बहरहाल यहां हम ये बताने नहीं बैठे हैं हम सीधे आपको वही बताएंगे जिससे आपको पता चल पाए कि पूरा मामला क्या है। और देखने वाली बात ये होगी कि होगी कि ये मामला और कितने नए मोड़ लेगा।क्योंकि दोनों ओर से की जा रही हैं।
शाहरुख खान ने हायर किया नया वकील
मिली जानकारी के मुताबिक शाहरुख खान जोकि आर्यन के पिता हैं उन्होंने वकील को बदल दिया है। 11 अक्टूबर तक सतीश मानशिंदे ये केस लड़ रहे थे लेकिन अब ये केस अमित देसाई को सौंप दिया गया है आपको बता दें कि अमित देसाई शाहरुख खान के सीनियर एडवोकेट हैं। शाहरुख खान पूरी एड़ी- चोटी का जोर लगा रहे हैं ताकि कैसे भी उनका बेटा कानून के शिकंजे से बाहर निकल सके। तो उधर एनसीबी भी गंभीरता के साथ इस मामले की जांच पड़ताल कर रही है।
शाहरुख खान के वकील से हो गई चूक
शाहरुख खान जोकि एक जानामाना नाम हैं उनकी तरफ से कोशिश यही है कि अच्छे से अच्छा वकील हायर किया जाए और वो इस कड़ी में दिख भी रहे हैं। लेकिन इसी बीच अयाज खान का बयान सामने आया है। अयाज खान जोकि एक वकील हैं जिन्होंने ड्रग्स केस में फंसे फरदीन खान और भारती सिंह का केस लड़ा था। उन्होंने कहा कि मैंने महज कुछ ही दिनों में ड्रग्स केस में फंसे फरदीन खान और भारती सिंह को जमानत दिला दी थी। इसके साथ ही अयाज खान ने बताया कि आर्यन के वकील से कहां पर गलती हुई। उन्होने अपने केस की तुलना आर्यन खान के केस से करते हुए ये बताया कि इसे कैसे हैंडल किया जा सकता है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि फरदीन खान 2001 में ड्रग्स केस में फंसे थे। उन्हें मुंबई के जुहु इलाके में कोकीन खरीदते हुए एनसीबी ने पकड़ा था। अयाज खान ने इसका जिक्र करते हुए मीडिया को बताया कि जब फरदीन खान का मामला मेरे पास आया तो मैंने सभी तथ्यों को पहले अच्छे से जाना। और फिर फरदीन को बचाने के प्रयास में जुट गए क्योंकि फरदीन का मामला सिर्फ एक ग्राम कोकीन खरीदने का था जो उस वक्त बहुत ही छोटी मात्रा मानी जाती थी। साथ ही अयाज ने बताया कि एनसीबी ने फरदीन को 3 दिन कस्टडी में रखा था। और तीन दिन के भीतर भीतर मैंने फरदीन को जमानत दिलवा दी थी।
वहीं अयाज खान ने आर्यन खान के कस का जिक्र करते हुए कहा कि एनसीबी ने शुरु में आर्यन के खिलाफ उपभोग का केस दर्ज कर लिया और आर्यन पर तीन धारा 27,28 और 29 लगा दीं। धारा 27 उपभोग करने के लिए है। धारा 28 का मतलब है कि उसने उपभोग करने का प्रयास किया है। और धारा 29 का मतलब है कि उन्होंने उपभोग करने की साजिश की है। लेकिन बात अगर सजा की करें तो चार्जेस के मुताबिक सजा सिर्फ उपभोग के लिए दी जा सकती है। वहीं धारा 28 और 29 के लिए कोई सजा नहीं दी जा सकती है।
दूषित चीजों से शुध्द समाज का निर्माण संभव नहीं
इसमें कोई आश्चर्य करने वाली बात नहीं है कि नशाखोरी के मामले को लेकर बॉलीवुड एक बार फिर विवादों में है। जैसा कि आप जानते हैं कि आज भारत में सबसे ज्यादा युवाओं की संख्या है और किसी भी देश का भविष्य उनके युवाओं पर ही निर्भर करता है। ऐसे में ये खबरें युवा की सोच को कहां ले जा सकती हैं ये आप बखूबी समझ रहे होंगे। कुछ यूवा समझते हैं कि अगर जिंदगी जीनी है तो नशे में डूबना जरुरी है बिना नशे के उन्हें जिंदगी अधूरी लगती है। हमें ये कोशिश करनी चाहिए कि हम अपने युवाओं को एक सही राह पर लेकर आ सकें। क्योंकि यहीं इन्हीं युवाओं पर हमारा देश निर्भर करता है। वहीं आज जो आर्यन खान के साथ हो रहा है उससे आर्यन जैसे देश में होने वाले युवाओं की सोच शायद बदल सके। आर्यन पर कानून का शिकंजा कसना जरुरी तो था लेकिन हम इस बात से भी इनकार नहीं कर सकते कि एक बार कानूनी शिकंजे में फंसने से उस बच्चे के भविष्य पर भी बहुत गहरा असर पड़ता है। उसका करियर कहीं तक खत्म सा ही होता है।ऐसे में हमें जरुरत है कि हम ऐसे युवा जिनका झुकाव नशे की तरफ जा रहा है उनको और किन किन रास्तों से रोक सकते हैं।
तो चलिए आपको अब बताते हैं कि और कौन से रास्ते हैं जिनके युवाओं को इस नशे के जाल में फंसने से रोका जा सकता है।
नशा सिर्फ एक व्यक्ति को ही बर्बाद नहीं करता है बल्कि व्यक्ति के साथ साथ उसके परिवार को भी बर्बाद कर देता है और हम तो कहेंगे कि न सिर्फ परिवार को बल्कि पूरा समाज भी इससे प्रभावित होता है। ऐसे में हमारी सरकार क्या कर रही है जिससे युवाओं को एक अच्छे रास्ते पर डाला जा सके।
आपको बता दें कि देश के 272 जिलों में नशा मुक्त भारत अभियान की शुरुआत की गई है। इस अभियान के अंतर्गत स्कूल और कॉलेजों में जा जाकर बच्चों को जागरुक किया जाएगा ताकि युवा समझ सकें कि नशे का जाल कितना खतरनाक होता है और इन सब चीजों से दूर रहकर अपने भविष्य को सुधार सके। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ये अभियान सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय की तरफ से चलाया जा रहा है। 2020 में इसकी थीम ‘Better knowledge for better care’ रखी गई थी।