संसद का मानसून सत्र शुरू होने से पहले हुआ स्थगित
रिपोर्ट : – प्रज्ञा झा
20 जुलाई को संसद का मानसून सत्र शुरू हुआ और शुरुवात के साथ ही स्थगित हो गया। दोनों ही सदनों में विपक्षी पार्टियों द्वारा कई मुद्दों पर चर्चा की मांग की गयी तदोपरांत जैसे ही बहस शुरू हुई की सदन में हंगामा हो गया जिसके बाद सत्र को स्थगित कर दिया गया। जिन विषयों पर बात करने को कहा गया वो थे मणिपुर हिंसा, भारत-चीन बॉर्डर, अध्यादेश, संघीय ढांचा, और महंगाई आदि। केंद्र सरकार की तरफ से कहा गया है की सभी विषय पर शांति से चर्चा करने को हम तैयार हैं लेकिन विपक्षी पार्टियां शांत नहीं रहना चाहती हैं।
इस घटना के बाद बीजेपी कि तरफ से कहा जा रहा हैं कि विपक्षी पार्टियां चाहती ही नहीं कि पूरा सदन शांति से चल पाए हम तो चाहते हैं कि सभी मुद्दों पर चर्चा हो और इससे उल्ट विपक्ष का कहना कि किसी भी मुद्दे पर सही से बात ही नहीं कर रहे।
मानसून सत्र शुरू होने से पहले एक सर्वदलीय बैठक बुलाई गयी जिसमें विपक्षी दलों ने मांग की कि प्रधानमंत्री मोदी मणिपुर मुद्दे को लेकर अपने बयान दें और जिन विधेयकों पर चर्चा होगी वो भी तय किये जाएंगे इनमे ओड़िसा रेल हादसा , संघीय ढांचे पर प्रहार , दिल्ली अध्यादेश, महंगाई , भारत-चीन सीमा, महिलाओं के लिए आरक्षण जैसे मुद्दे शामिल हैं।
जानकारी के लिए आपको बता दें की इस बार मानसून सत्र पुराने संसद भवन में ही शुरू हुआ हैं आगे चल के ये सत्र नए संसद भवन में शिफ्ट हो जाएगा। इस बार 23 दिन का ये सत्र होगा और 17 बैठक होगी।