जज उत्तम आनंद के हत्यारों को मिली अंतिम सांस तक की सजा
नेशनल खबर, डेस्क रिपोर्ट
धनबाद के जज उत्तम आनंद के मर्डर केस में CBI कोर्ट ने ऑटो चालक लखन वर्मा और साथी राहुल वर्मा को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। शनिवार को सजा सुनाते हुए कहा कि यह ज्यूडिशियल सिस्टम पर हमला है। साथ ही आम जनता से जुड़ा हुआ, इसलिए दोषियों को यह सजा अपनी अंतिम सांस तक काटनी होगी। साथ ही आरोपियों पर 25 हजार रुपए का फाइन भी लगाया है।
अभियोजन पक्ष से CBI के विशेष लोक अभियोजक अमित जिंदल ने कहा कि इस मामले में दोषियों के लिए फांसी की सजा की मांग की गई थी। वहीं बचाव पक्ष ने दलील देते हुए सजा कम रखने की मांग रखी। वहीं मृत जज के परिजनों ने कहा कि दोषियों को कम से कम फांसी की सजा मिलनी चाहिए। यह उनके परिवार की क्षति है जिसे वापस नहीं किया जा सकता है। वह कोर्ट के फैसले के खिलाफ आगे जाएंगे।
खास बात है कि जज आनंद की पहली पुण्यतिथि को विशेष न्यायाधीश रजनीकांत पाठक की कोर्ट ने दोनों को धारा 302 और 201 के तहत को दोषी करार दिया था।
बता दें 28 जुलाई 2021 की सुबह मॉर्निंग वॉक पर निकले जज को पीछे से ऑटो चालक ने टक्कर मार कर उनकी हत्या कर दी थी। मामला हाईकोर्ट भी पहुंचा था। बाद में कोर्ट की मॉनिटरिंग में मामले की छानबीन CBI ने शुरू की। अदालत में मामले का स्पीडी ट्रायल हुआ। पांच महीने में 58 गवाहों का बयान दर्ज किया गया था।