Sanchar Saathi App: संचार साथी ऐप पर विपक्ष भड़का, बोले नज़र रखना चाहती है सरकार

Sanchar Saathi App: संचार विभाग द्वारा मोबाइल कंपनियों को दिए गए निर्देश में संचार साथी ऐप को हर फ़ोन में अनिवार्य करने को कहा गया। जिसके बाद वीयपक्ष ने काफी हंगामा किया। विपक्ष ने कहा की ये सरकार की एक साजिश है जिससे वो सभी पर नज़र रखना चाहती है।

Desk Report

Sanchar Saathi App: SIR के मुद्दे को लेकर शीतकालीन सत्र में अभी तलक गहमा गहमी बानी हुई है। इसी बीच संचार साथी ऐप के मुद्दे ने भी आग भड़कानी शुरू कर दी है और विपक्ष ने संचार साथी मुद्दे को भी अब खींचना शुरू कर दिया है। केंद्र सरकार ने फैसला लिया है की अब हर फ़ोन में संचार साथी ऐप होगा जिसका उदेश्य फ्रॉड और घोटालों को रोकना है। लेकिन विपक्ष इस बात को मानने को तैयार नहीं है और विपक्ष का कहना है की ये एक साजिश है जिससे सभी पर नज़र राखी जा सके।

दरअसल केंद्र सरकार के दूरसंचार विभाग ने मोबाइल फ़ोन्स बनाने वाली कंपनियों को निर्देश दिया है की वो फ़ोन में पहले से ही संचार साथी ऐप इंस्टॉलन करें। इसके लिए कंपनियों को 90 दिन का समय भी दिया गया है। केंद्र सरकार का कहना है की ये ऐप फ्रॉड को रोकने के लिए तैयार किया गया है। दूरसंचार ने कंपनियों को ये ऐप इनस्टॉल करने का निर्देश 21 नवंबर को ही जारी किया था। लेकिन इस फैसले को लेकर विपक्ष केंद्र सरकार पर लगातार हमलावर है।

इसपर कांग्रेस संसद राजीव शुक्ल का कहना है कि “मुझे लगता है की इस मुद्दे पर पार्लियामेंट के किसी कमिटी को जाँच करनी चाहिए। खिन ऐसा तो नहीं की वो सबका डाटा रख लें और इसी बहाने सबके फ़ोन में घुस जाएं। ये बहुत खतरनाक है और इसपर गेहेन जाँच होनी चाहिए। वहीं कांग्रेस सचिव के सी वेणुगोपाल ने कहा कि ये लोगों कि ये प्राइवेसी पर हमला है। उन्होंने सरकार के फैसले पर विरोश जताते हुए कहा कि ये लोगों कि प्राइवेसी के साथ खिलवाड़ है। कांग्रेस सचिव ने पेगासस का जिक्र करते हुए कहा कि हो सकता है कि सरकार सभी का डाटा रख ले इसलिए इसकी जाँच होनी चाहिए।

विपक्ष के इस मुद्दे को टूल पकड़ता देख मंगलवार को संचार एवं सूचना प्रोद्योगिकी मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि इस ऐप को अपने फ़ोन में इनस्टॉल करना कोई जरुरी नहीं है। अगर कोई चाहे तो वो इस ऐप को डिलीट भी कर सकता है। उन्होंने आगे कहा कि ये विपक्ष का एजेंडा है। 2024 में 22800 करोड़ का फ्रॉड हुआ है और उस फ्रॉड को कंट्रोल करने के लिए ही ये ऐप बनाया गया है। जो लोग इस सुविधा का उपयोग करना चाहते हैं वो करें और जो नहीं करना चाहते हैं वो न करें। विपक्ष पर निशाना साधते हुए सिंधिया ने कहा कि एक तरफ विपक्ष चिल्लाता है कि फ्रॉड रोको और जब फ्रॉड रोको तब भी चिल्लाती है कि ये तो डाटा लेने के लिए किया जा रहा है और इसे पेगासस बता रहे हैं। करो तो मारो न करो तो मारो।

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