दीपिका की 8 घंटे की शिफ्ट डिमांड पर बोले राम गोपाल वर्मा — “इंकार करना उनका हक”

दीपिका पादुकोण की 8 घंटे की शिफ्ट डिमांड का विवाद लगातार चर्चा में बना हुआ है। इस मामले पर कई सितारों और फिल्ममेकरों ने अपनी-अपनी राय जाहिर की है। अब इस मुद्दे पर फिल्ममेकर राम गोपाल वर्मा ने भी प्रतिक्रिया दी है। जानिए क्या उन्होंने दीपिका का समर्थन किया है या उनके खिलाफ अपनी बात रखी है।

मनोरंजन डेस्क | नेशनल खबर

फिल्म इंडस्ट्री की चमक-दमक के बीच सितारों को शूटिंग का कोई निश्चित समय नहीं मिलता। कभी 12 घंटे या उससे ज्यादा शूटिंग करनी पड़ती है, तो कई बार एक सीन के लिए तीन-तीन दिन भी सेट पर गुजारने पड़ते हैं। ऐसे में दीपिका पादुकोण की 8 घंटे की शिफ्ट डिमांड ने फिल्म जगत में नई बहस छेड़ दी है।

दीपिका पादुकोण पिछले साल ही मां बनी हैं और उनकी अपकमिंग फिल्म ‘स्पिरिट’ की शूटिंग को लेकर चर्चा थी। खबरें आईं कि उन्होंने इस फिल्म के लिए 8 घंटे की शिफ्ट और बढ़ी हुई फीस की मांग की, जिसके बाद उन्हें इस प्रोजेक्ट से बाहर कर दिया गया। इस मुद्दे ने फिल्म इंडस्ट्री में हलचल मचा दी है।

राम गोपाल वर्मा का रुख
इस विवाद पर कई सेलेब्स ने अपनी राय दी है, तो कई ने इसे नकारा भी है। अब इस मसले पर फिल्ममेकर राम गोपाल वर्मा ने भी अपनी बात रखी है। उन्होंने हिंदुस्तान टाइम्स से बातचीत में कहा, “जब एक्टर्स के लिए फिक्स शिफ्ट टाइम की बात आती है, तो यह दो पक्षों के बीच एक समझौता होता है। दोनों को अपनी बात कहने और मना करने का हक होता है।”

राम गोपाल वर्मा ने आगे बताया कि शूटिंग का समय कई फैक्टर्स पर निर्भर करता है, जैसे निर्देशक को विशेष लाइट चाहिए हो, अलग कलाकारों का संयोजन करना हो, या लोकेशन उपलब्ध न हो। ऐसे कई कारण होते हैं जो शिफ्ट की अवधि को प्रभावित करते हैं।

तृप्ति डिमरी ने संभाली भूमिका
दीपिका पादुकोण को संदीप रेड्डी वांगा की फिल्म ‘स्पिरिट’ में प्रभास के अपोजिट कास्ट किया गया था, लेकिन शिफ्ट डिमांड और फीस को लेकर विवाद के चलते उन्हें हटाकर तृप्ति डिमरी को उनकी जगह लिया गया है।

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