दिलजीत दोसांझ के लिए जावेद अख्तर का खुला समर्थन, कहा- ‘सरदार जी 3’ जरूर रिलीज होनी चाहिए

दिलजीत दोसांझ, हानिया आमिर और नीरू बाजवा की प्रमुख भूमिका वाली फिल्म ‘सरदार जी 3’ को लेकर चल रहे विवाद पर जावेद अख्तर ने हाल ही में अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि फिल्म पर रोक लगाने से नुकसान पाकिस्तानियों का नहीं बल्कि भारतीय दर्शकों और निवेशकों का होगा।

मनोरंजन डेस्क | नेशनल खबर

पंजाबी सिंगर और अभिनेता दिलजीत दोसांझ की फिल्म ‘सरदार जी 3’ इन दिनों विवादों के घेरे में है। विवाद की मुख्य वजह इस फिल्म में पाकिस्तानी अभिनेत्री हानिया आमिर समेत तीन अन्य पाकिस्तानी कलाकारों की मौजूदगी है। हाल ही में फिल्म का ट्रेलर रिलीज हुआ, जिसके बाद हानिया की उपस्थिति को लेकर सोशल मीडिया पर खूब आलोचना हुई और यहां तक कि फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की मांग भी उठी। इस मामले में मशहूर स्क्रिप्ट राइटर और गीतकार जावेद अख्तर ने भी अपनी राय जाहिर की है।

जावेद अख्तर, जो अक्सर देश के संवेदनशील मुद्दों पर बेबाकी से अपनी बात रखते हैं, ने ‘सरदार जी 3’ विवाद पर खुलकर बात की। उन्होंने कहा कि इस विवाद में फिल्म के मेकर्स की कोई गलती नहीं है। हालांकि, फिल्म के ट्रेलर रिलीज के समय बताया गया था कि यह फिल्म भारत में रिलीज नहीं होगी बल्कि ओवरसीज में रिलीज की जाएगी।

एनडीटीवी के क्रिएटर्स मंच पर बातचीत करते हुए जावेद अख्तर ने कहा कि उन्हें शूटिंग की तारीख का पता नहीं है, लेकिन मेकर्स का दावा है कि यह फिल्म अप्रैल में पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले से पहले शूट की गई थी। जावेद ने कहा, “अब क्या करें, फिल्म पहले ही बन चुकी थी, तब किसी को अंदाजा नहीं था कि ऐसा कुछ होगा। इसमें पाकिस्तानी निवेशकों का पैसा नहीं डूबेगा, बल्कि हिंदुस्तानी लोगों का पैसा डूबेगा, तो इसका क्या फायदा?”

जावेद अख्तर ने आगे सुझाव दिया कि अगर उन्हें पहले इस बात का पता होता तो शायद वे पाकिस्तानी कलाकारों को शामिल नहीं करते। उन्होंने सरकार और सेंसर बोर्ड से अपील की कि इस मामले को थोड़ी सहानुभूति के साथ देखें। उनका कहना था, “ऐसी गलतियां दोबारा न हों, लेकिन जो फिल्म पहले बन चुकी है, उसे रिलीज़ कर दिया जाना चाहिए।”

बता दें कि अप्रैल में कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के कलाकारों पर भारत में पूरी तरह से बैन लगा दिया गया है। इसी वजह से फिल्म में हानिया की मौजूदगी को लेकर लोग इसे देश विरोधी कदम मान रहे हैं। इस विवाद के बीच जावेद अख्तर का यह पक्ष विवादित मुद्दे पर एक संतुलित नजरिया पेश करता है।

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