कोलेजन की कमी: शरीर देता है ये 7 चेतावनी संकेत

शरीर को स्वस्थ बनाए रखने के लिए सभी आवश्यक पोषक तत्वों का पर्याप्त मात्रा में होना जरूरी है, और इनमें से एक अहम तत्व है कोलेजन। कोलेजन त्वचा, हड्डियों, जोड़ों, मांसपेशियों और बालों की सेहत के लिए बेहद ज़रूरी होता है। इसकी कमी होने पर शरीर में कई तरह के लक्षण दिखाई देने लगते हैं। इन लक्षणों को पहचानकर आप कोलेजन की कमी को प्राकृतिक तरीकों से दूर कर सकते हैं।

Written by Himanshi Prakash, National Khabar

हेल्दी रहने के लिए यह बेहद जरूरी है कि हमारे शरीर में सभी आवश्यक पोषक तत्व पर्याप्त मात्रा में मौजूद हों। इनमें से किसी एक की भी कमी हो जाए तो कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं, जो हमारी ओवरऑल हेल्थ को प्रभावित करती हैं। ऐसा ही एक अहम तत्व है कोलेजन।

कोलेजन एक प्रकार का प्रोटीन है, जो हमारी त्वचा और खूबसूरती के लिए बेहद ज़रूरी होता है। हमारे शरीर में मौजूद कुल प्रोटीन का करीब 30% हिस्सा सिर्फ कोलेजन का होता है। इसे शरीर का ग्लू भी कहा जाता है, क्योंकि यह त्वचा, हड्डियों, जोड़, मांसपेशियों और बालों की मजबूती बनाए रखने में मदद करता है।

हालांकि, उम्र बढ़ने के साथ-साथ शरीर में कोलेजन की मात्रा कम होने लगती है। लेकिन आजकल लोगों की बिगड़ती लाइफस्टाइल — जैसे सही खानपान की कमी, धूम्रपान, नींद की कमी और तनाव — के कारण यह कमी कम उम्र में ही दिखने लगी है।

अगर शरीर में कोलेजन की कमी हो जाए तो इसके कुछ संकेत दिखाई देने लगते हैं। अगर समय रहते इन संकेतों को पहचान लिया जाए तो समस्या से बचाव किया जा सकता है। हमारा आज का लेख भी इसी विषय पर है। इसमें हम आपको बताएंगे कि कोलेजन की कमी होने पर शरीर किन तरीकों से हमें चेतावनी देता है। तो आइए विस्तार से जानते हैं —

कोलेजन की कमी होने पर शरीर देता है ये संकेत

1.कोलेजन की कमी होने पर सबसे पहले इसका असर आपकी त्वचा पर दिखने लगता है। त्वचा ढीली पड़ने लगती है, झुर्रियां नजर आने लगती हैं, और स्किन रूखी व बेजान दिखने लगती है।

  1. अगर आपके बाल लगातार झड़ रहे हैं या टूटकर गिर रहे हैं, तो यह भी कोलेजन की कमी का संकेत हो सकता है। इसकी कमी से बाल पतले, कमजोर और बेजान हो जाते हैं, और स्कैल्प भी ज्यादा नजर आने लगती है।
  2. आंखों और गालों के आसपास गड्ढे दिखाई देने लगें तो भी सतर्क हो जाइए, क्योंकि यह समय से पहले उम्रदराज और थका हुआ दिखने का कारण बन सकता है।
  3. मांसपेशियों की कमजोरी भी कोलेजन की कमी का एक लक्षण है। कोलेजन मांसपेशियों के ऊतकों को मजबूत बनाए रखने में मदद करता है, इसकी कमी से शरीर में दर्द और कमजोरी हो सकती है।
  4. जोड़ों में अकड़न, दर्द, या कार्टिलेज के समय से पहले घिसने की वजह से ऑस्टियोआर्थराइटिस जैसी समस्या भी कोलेजन की कमी से हो सकती है।
  5. कमजोर और बार-बार टूटने वाले नाखून भी कोलेजन की कमी का संकेत हैं।
  6. इसके अलावा, कोलेजन घाव भरने की प्रक्रिया में भी अहम भूमिका निभाता है। अगर आपके घाव भरने में सामान्य से ज्यादा समय लग रहा है, तो इसका कारण भी कोलेजन की कमी हो सकता है।
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