फ्रूट जूस और स्मूदी: सेहत के नाम पर मीठा धोखा? जानें सच्चाई

सेहतमंद रहने के लिए लोग अक्सर अपनी डाइट में फ्रूट जूस और स्मूदी को शामिल करते हैं। हालांकि, इनके कुछ ऐसे छुपे हुए नुकसान भी हैं जिनके बारे में ज्यादातर लोग नहीं जानते। इसलिए जरूरी है कि आप इनसे जुड़ी सच्चाई से वाकिफ हों। अगर आप भी उन लोगों में शामिल हैं जो नियमित रूप से जूस और स्मूदी पीते हैं तोह ये जानकारी आपके लिए बहुत ज़रूरी है।

Written by Himanshi Prakash, National Khabar

सेहतमंद रहने के लिए हम अपनी डाइट में तरह-तरह के खाद्य पदार्थ शामिल करते हैं, जिसमें फल और सब्जियों को सबसे ज्यादा हेल्दी माना जाता है। इसी वजह से कई लोग रोजाना फलों का सेवन करते हैं, जबकि कुछ लोग फ्रूट जूस और स्मूदीज को अपनी डेली रूटीन का हिस्सा बना लेते हैं। लेकिन जिसे आप सेहतमंद समझकर सेवन कर रहे हैं, वह वास्तव में आपके स्वास्थ्य को नुकसान भी पहुंचा सकता है।

असल में, फ्रूट जूस और स्मूदीज का अधिक सेवन सेहत पर कई तरह के नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है, जिनके बारे में अधिकांश लोगों को जानकारी नहीं होती। यही वजह है कि लोग इसे हेल्दी समझकर रोजाना पीते रहते हैं। अगर आप भी उनमें से एक हैं, तो यह लेख जरूर पढ़ें। इसमें शारदा अस्पताल में इंटरनल मेडिसिन के सीनियर कंसल्टेंट डॉ. भूमेश त्यागी से जानेंगे कि फ्रूट जूस और स्मूदीज से जुड़ी कुछ छिपी हानियां क्या हैं।

फ्रूट जूस कैसे बन सकता है नुकसानदायक?
फ्रूट जूस में मौजूद फ्री शुगर, खासकर फ्रुक्टोज, शरीर में तेजी से अवशोषित होकर सीधे ब्लड में मिल जाती है। जब आप फलों को पीसकर उनका जूस पीते हैं, तो दरअसल आप एक तरह से मीठे शुगर सॉल्यूशन का सेवन कर रहे होते हैं। इससे दांतों में सड़न, वजन बढ़ना और टाइप 2 डायबिटीज का खतरा बढ़ सकता है। चिंता की बात यह है कि फ्रूट जूस में शुगर की मात्रा अक्सर WHO द्वारा निर्धारित सुरक्षित सीमा से कहीं अधिक होती है, जिससे शरीर में शुगर का लेवल तेजी से बढ़ सकता है।

क्या फ्रूट जूस बिल्कुल भी हेल्दी नहीं होते?
ऊपर बताए गए नुकसानों को जानने के बाद यह सवाल जरूर उठता है कि क्या फ्रूट जूस पूरी तरह से सेहत के लिए हानिकारक हैं? तो इसका जवाब है—नहीं। भले ही फ्रूट जूस में कुछ नुकसान हों, लेकिन इसका यह मतलब नहीं कि इनमें कोई फायदा नहीं होता। कुछ रिसर्च में यह पाया गया है कि सीमित मात्रा में जूस का सेवन हार्ट डिजीज और इंफ्लेमेशन (सूजन) को कम करने में मदद कर सकता है।

हालांकि, अगर फ्रूट जूस का सेवन सीमित मात्रा में किया जाए तो यह विटामिन, मिनरल्स और पॉलीफेनोल जैसे फाइटोकेमिकल्स जैसे जरूरी पोषक तत्व प्रदान कर सकता है। इसलिए इसे पूरी तरह से अनहेल्दी कहना सही नहीं होगा।

स्मूदी कैसे बन सकती है नुकसानदायक?
अब तक तो बात हुई फ्रूट जूस की, लेकिन क्या स्मूदी भी उतनी ही नुकसानदेह हो सकती है? दरअसल, अगर आप स्मूदी घर पर फलों और सब्जियों को मिलाकर ताजे तरीके से तैयार करते हैं, तो यह सेहत के लिए फायदेमंद हो सकती है। लेकिन अगर आप बाजार से खरीदी गई, फलों की प्यूरी से बनी रेडीमेड स्मूदी का सेवन कर रहे हैं, तो सतर्क हो जाएं, क्योंकि इसमें शुगर और प्रिज़र्वेटिव्स की मात्रा अधिक हो सकती है, जो सेहत को नुकसान पहुंचा सकते हैं।

एक्सपर्ट्स की मानें तो घर पर बनी स्मूदी में फलों और सब्जियों के सभी उपयोगी हिस्से—जैसे जूस, गूदा, बीज और छिलके—शामिल होते हैं, जो इसे पोषण से भरपूर और हेल्दी बनाते हैं। वहीं, बाजार में मिलने वाली रेडीमेड स्मूदी में अक्सर इन जरूरी तत्वों की कमी होती है, जिससे यह सेहत के लिए नुकसानदायक साबित हो सकती है।

क्या सब्जियों का जूस फायदेमंद है?
अगर बात सब्जियों के जूस की करें, तो वह कई मायनों में फायदेमंद होता है। उदाहरण के तौर पर, चुकंदर में नैचुरल नाइट्रेट्स पाए जाते हैं, गाजर में भरपूर विटामिन A होता है और केल जैसे पत्तेदार साग में मैग्नीशियम और कैल्शियम मौजूद होते हैं। इनका जूस पीने से शरीर को जरूरी पोषक तत्व मिलते हैं। हालांकि, यह भी ध्यान रखना जरूरी है कि जूस पीना, सब्जियों को सीधे खाने जितना लाभदायक नहीं होता।

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