I.N.D.I.A गढ़बंधन को केजरीवाल का झटका, पंजाब में 13 सीटों की मांग कैसे चलेगा गठबंधन
विपक्षी दलों का गठबंधन इंडिया जब बना उस वख्त में यही बात सामने आई की सीट साझा की जाएगी। लेकिन अटकलें पहले से ही थी की जैसे-जैसे समय बीतेगा वैसे वैसे गठबंधन में मतभेद बढ़ते जाएंगे। कुछ ऐसा ही चारो तरफ देखने के लिए मिल रहा है। उत्तर प्रदेश, दिल्ली, पंजाब और पश्चिम बंगाल ये वो राज्य हैं जहाँ पेंच फस रहा है।
Written By: Pragya Jha
केजरीवाल ने फंसाया पेंच
इंडिया गठबंधन 28 विपक्षी पार्टयों का एक समूह है और इसमें पूरे देश के कई बड़े और दिग्गज नेता शामिल हैं। कहते हैं ना की जब रसोई घर में बर्तन जब साथ हों तो आवाज तो करेंगे ही। कुछ ऐसे ही अब इस गठबंधन में चल रहा है। कांग्रेस के लिए चारो तरफ ही मुसीबतें बढ़ रही हैं। सबसे पहले बात करे आप पार्टी की तो दिल्ली और पंजाब दोनों ही जगह आप की सरकार है और अरविन्द केजरीवाल दिल्ली की 7 सीटों के साथ पंजाब की 13 सीटों पर भी दावा ठोक रहे हैं। इसने कांग्रेस की टेंशन को दो गुना कर दिया है।
सबसे बड़ी बात ये है की 19 दिसंबर को इंडिया गठबंधन को बैठक होने वाली है और इससे पहले केजरीवाल का ये बयान आग में घी का काम कर रहा है। पंजाब के भटिंडा में में एक रैली के दौरान अरविन्द केजरीवाल ने ये बयान दिया है। सीर्फ इतना ही नहीं उन्होंने कांग्रेस पर सीधा वॉर भी किया। उन्होंने भ्रष्टाचार को लेकर कहा की इन लोगों ने इतना भ्रष्टाचार किया की जो चीज पहले 10 में मिलती थी उसे 100 में बेचा। लेकिन आज 10 की चीज 8 रूपए में मिल जाती है साथ ही बिजली का बिल फ्री है, पानी साफ़ है।
इस बयान के बाद विशेषज्ञों का मन्ना है की चुनावी सरगर्मियां बढ़ने से पहले इंडिया गठबंधन के लिए कोई मुसीबत ना आ जाए।
उत्तर प्रदेश में भी चालू जंग।
अब बात करें उत्तर प्रदेश की तो समाज वादी पार्टी सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी है। साथ ही ये इंडिया गठबंधन में भी शामिल है। लेकिन यहाँ सबसे बड़ी बात ये है की समाजवादी पार्ट किसी भी तरह से उत्तर प्रदेश में अपना वर्चश्व बनाना चाहती है। ऐसे में समाजवादी पार्टी कांग्रेस को सिर्फ कुछ ही सीट देने के मूड में है। तो यहाँ भी कांग्रेस का पेंच फस रहा है।
पश्चिम बंगाल में हो रही तकरार
कांग्रेस का पेंच TMC के साथ भी फंसता हुआ नज़र आ रहा है। पश्चिम बंगाल में भी कांग्रेस और TMC की तकरार भी लगातर चली आ रही है। TMC के नेता कांग्रेस के नेताओं के लिए लगातार अपशब्दों का उपयोग करते रहते हैं। ऐसा ही कुछ कांग्रेस के नेता TMC के नेताओं के लिए भी रुख रखते हैं।