राधिका यादव की मौत पर नया मोड़, दोस्त हिमांशिका ने लगाया साजिश का आरोप

राधिका यादव की दोस्त हिमांशिका ने एक और वीडियो जारी किया है। इस बार उसने आरोप लगाया कि राधिका की हत्या साजिश के तहत की गई। हिमांशिका का दावा है कि घटना से पहले राधिका के भाई को किसी बहाने से बाहर भेज दिया गया और घर के पालतू पिटबुल कुत्ते को भी बाहर बांध दिया गया। इसके बाद राधिका को गोलियां मारकर मौत के घाट उतार दिया गया।

Written by Himanshi Prakash, National Prakash

अंतरराष्ट्रीय टेनिस खिलाड़ी राधिका यादव की मौत के बाद उसकी दोस्त हिमांशिका सिंह राजपूत ने रविवार को इंस्टाग्राम पर दूसरा वीडियो शेयर किया। इसमें उन्होंने दावा किया कि राधिका की हत्या की साजिश पिछले तीन दिनों से रची जा रही थी। हिमांशिका ने बताया कि 10 जुलाई को जब वह जिम में वर्कआउट कर रही थीं, तभी राधिका का फोन आया था, लेकिन वह कॉल रिसीव नहीं कर पाईं। इससे पहले शनिवार शाम को भी उन्होंने एक वीडियो जारी किया था।

ऐसे रची और अंजाम दी वारदात
वीडियो में हिमांशिका ने आरोप लगाया कि जब वह राधिका के घर पहुंचीं, तो उन्हें पता चला कि उसकी हत्या की साजिश तीन दिन पहले से ही रची जा रही थी। हिमांशिका के मुताबिक, दीपक ने हत्या के लिए पहले ही रिवॉल्वर का इंतजाम कर लिया था। घटना वाले दिन उसने राधिका की मां मंजू को एक कमरे में रोक दिया, भाई को किसी बहाने से बाहर भेज दिया और यहां तक कि घर के पालतू पिटबुल कुत्ते को भी बाहर बांध दिया। इसके बाद उसने राधिका को गोलियों से भून दिया।

राधिका की सफलता से चिढ़ते थे दीपक के दोस्त
हिमांशिका ने अपने वीडियो में बताया कि दीपक के दोस्त राधिका की कामयाबी से चिढ़ते थे। वे अक्सर दीपक से कहते थे कि राधिका मेकअप करने लगी है, छोटे कपड़े पहनती है और तू उसी के पैसों पर जी रहा है। वीडियो में हिमांशिका ने सवाल उठाया कि आखिर कब तक लड़कियों को इसी वजह से मौत के घाट उतारा जाता रहेगा।

हिमांशिका ने वीडियो में लव जिहाद और रील्स बनाने को लेकर भी सवाल उठाए। उन्होंने बताया कि राधिका की इंस्टाग्राम पर आखिरी रील 23 मार्च 2024 को पोस्ट की गई थी और उसका अकाउंट प्राइवेट था। राधिका के सिर्फ 68 फॉलोअर्स थे। हिमांशिका ने कहा कि इतने कम फॉलोअर्स वाले अकाउंट को रील्स बनाने वाले का अकाउंट कैसे माना जा सकता है।

हिमांशिका ने आरोप लगाया कि राधिका के पिता की मानसिक स्थिति सही नहीं थी। वह राधिका को एक मानसिक समस्या की तरह देखते थे, लेकिन इस बारे में किसी से कुछ कहते नहीं थे।

पहला वायरल वीडियो
हिमांशिका ने शनिवार शाम अपने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर करते हुए दावा किया कि वह राधिका यादव की करीबी दोस्त हैं और उसकी सच्चाई जानती हैं। उन्होंने बताया कि वह राधिका को 8-10 साल से जानती थीं। राधिका को अपने ही घर में घुटन महसूस होती थी क्योंकि उस पर लगातार रोक-टोक होती रहती थी। वीडियो कॉल पर भी उसे बताना पड़ता था कि वह किससे बात कर रही है। राधिका पिछले 18 साल से टेनिस खेल रही थी और उसे टेनिस के साथ फोटो और वीडियो बनाना भी बेहद पसंद था, लेकिन उसके पिता ने उसकी आज़ादी छीन ली थी।

राधिका की दोस्त के वीडियो पर भाई ने उठाए सवाल
हिमांशिका के वीडियो सामने आने के बाद राधिका के भाई रोहित यादव ने कहा कि उनकी बहन पर कोई बंदिश नहीं थी। उन्होंने कहा, अगर बंदिश होती तो बच्चा घर से बाहर ही नहीं निकल पाता। वहीं, राधिका के ताऊ के बेटे रोहित यादव ने भी हिमांशिका के सभी आरोपों और दावों को पूरी तरह बेबुनियाद करार दिया।

रोहित यादव ने मीडिया के सामने आकर कहा कि उनके चाचा दीपक यादव को कभी किसी ने ताने नहीं मारे। उन्होंने कहा कि अगर राधिका पर पाबंदियां होतीं, तो वह कभी देश-विदेश में टेनिस खेल ही नहीं पाती। रोहित ने यह भी बताया कि उनके परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी है।

रोहित यादव ने बताया कि चाचा ने लाखों रुपये खर्च करके राधिका को विदेश में टेनिस खेलने के लिए भेजा था और पूरा परिवार हमेशा उसका साथ देता रहा। यह कहना बिल्कुल गलत है कि परिवार को बेटी की कमाई खाने के ताने सुनने पड़े। रोहित ने हिमांशिका सिंह राजपूत के सभी दावों को बेबुनियाद बताते हुए कहा कि उन्हें समझ नहीं आता कि वह ऐसी बातें क्यों कर रही हैं।

कासन गांव पहुंची पुलिस की जांच टीम
शनिवार को पुलिस की जांच टीम दीपक यादव को मानेसर के कासन गांव लेकर गई। रिमांड के दौरान दीपक ने पुलिस को बताया था कि उसने वहां खेत में बने एक मकान में कुछ गोलियां छिपाई हैं। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर घर की तलाशी ली, लेकिन वहां से कोई गोलियां बरामद नहीं हुईं।

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