
2 जुलाई से खाटू श्याम जी मंदिर में बाबा श्याम का श्रृंगार बदलकर श्याम वर्ण में किया जाएगा। इस खास बदलाव की तैयारियों के चलते 1 जुलाई को मंदिर बंद रहेगा, क्योंकि उस दिन विशेष तिलक श्रृंगार किया जाएगा।
धर्म डेस्क | National Khabar
खाटू श्याम जी मंदिर से जुड़ी एक बड़ी और शुभ सूचना सामने आई है, जो लाखों श्रद्धालुओं के लिए बेहद खास है। 2 जुलाई से बाबा श्याम का श्रृंगार बदलकर श्याम वर्ण में किया जाएगा। इस विशेष आयोजन से पहले, 1 जुलाई को मंदिर बंद रहेगा, क्योंकि उस दिन बाबा का विशेष तिलक श्रृंगार किया जाएगा।
हारे का सहारा हैं बाबा श्याम
विश्वप्रसिद्ध खाटू श्याम जी को “हारे का सहारा” कहा जाता है। मान्यता है कि जो भी श्रद्धालु सच्चे मन से उनकी शरण में आता है, उसकी हर मनोकामना पूरी होती है। यही वजह है कि देशभर से लाखों भक्त रोजाना बाबा के दर्शन को उमड़ते हैं।
हर महीने बदलता है बाबा श्याम का स्वरूप
बाबा श्याम हर महीने दो रूपों में भक्तों को दर्शन देते हैं।
- कृष्ण पक्ष में बाबा का रूप श्याम वर्ण (हल्का पीला या सुनहरा रंग) होता है।
- शुक्ल पक्ष में बाबा को उनके शालिग्राम स्वरूप (गहरा काला रंग) में सजाया जाता है।
श्रद्धालु मानते हैं कि अमावस्या के दिन बाबा का विशेष अभिषेक कर उन्हें उनके मूल स्वरूप में लाया जाता है, जिसे शालिग्राम रूप कहा जाता है। इस रूप में बाबा पूरे 7 दिन विराजमान रहते हैं, जबकि बाकी 23 दिन श्याम वर्ण में दर्शन देते हैं।
2 जुलाई से बदल जाएगा स्वरूप
श्री श्याम मंदिर कमेटी के अनुसार, 1 जुलाई को विशेष श्रृंगार की तैयारियों के कारण मंदिर बंद रहेगा। अगले दिन यानी 2 जुलाई को, मुख्य महंत मोहनदास जी महाराज मंत्रोच्चार और दीपक पूजा के साथ बाबा श्याम का तिलक श्रृंगार करेंगे। इसके बाद शाम 5 बजे संध्या आरती के समय मंदिर के कपाट खोले जाएंगे और बाबा श्याम श्याम वर्ण रूप में भक्तों को दर्शन देंगे।
विशेष श्रृंगार की परंपरा
महंत मोहनदास जी के अनुसार, कृष्ण पक्ष में बाबा श्याम के ललाट से गालों तक चंदन का लेप कर श्याम वर्ण श्रृंगार किया जाता है। हर पक्ष में परंपरा अनुसार अलग-अलग रूपों में बाबा का श्रृंगार होता है, जिससे भक्तों को विविध स्वरूपों के दर्शन मिलते हैं।