
Vastu Tips: सास-बहू के रिश्तों में तनातनी होना कोई नई बात नहीं, लेकिन इसे दूर करना भी मुश्किल नहीं। ज्योतिष और वास्तु विशेषज्ञ अंशुल त्रिपाठी के मुताबिक, वास्तु का एक आसान सा उपाय अपनाकर आप सास का दिल जीत सकती हैं। यह उपाय इतना असरदार है कि सास आपको अपने बेटे से भी अधिक मान देने लगेगी।
धर्म डेस्क | National Khabar
आजकल की बहुओं के लिए सबसे बड़ी मुश्किल यही होती है कि सास ज़रा-ज़रा सी बात पर नाराज़ हो जाती हैं। कभी रसोई में नमक कम रह जाए, तो कभी कपड़ों की इस्त्री ठीक न हो — इन छोटी-छोटी बातों पर घर का माहौल तनावपूर्ण हो जाता है। बहू खुद को अकेला महसूस करने लगती है और घर का माहौल बोझिल हो जाता है। कई बार तो हालात इतने बिगड़ जाते हैं कि पति भी असहज हो उठता है।
क्या कहता है वास्तु शास्त्र?
ज्योतिष एवं वास्तु विशेषज्ञ अंशुल त्रिपाठी बताते हैं कि घर में मौजूद नकारात्मक ऊर्जा भी सास-बहू के रिश्तों में दरार डालती है। घर की गलत दिशा में रसोई होना, दक्षिण दिशा में कबाड़ या वायु कोण (उत्तर-पश्चिम) का दोष रिश्तों में कटुता बढ़ा देता है। वास्तु सिर्फ दीवारों का नहीं, बल्कि रिश्तों और मन का भी विज्ञान है।
वो आसान उपाय क्या है?
सास का दिल जीतने के लिए सबसे पहले घर के उत्तर-पश्चिम कोने को हमेशा साफ और व्यवस्थित रखें। वहां कभी भी कबाड़, टूटे-फूटे सामान, गंदे कपड़े या पुराने जूते न रखें। इस जगह एक चांदी की कटोरी में केसर और कपूर रख दें। इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा बढ़ेगी और सास का व्यवहार नरम पड़ने लगेगा।
साथ में ये भी करें:
रोज सुबह मेन गेट पर गंगाजल छिड़कें।
गुरुवार को केले के पेड़ पर जल चढ़ाकर सास की लंबी उम्र की कामना करें।
हफ्ते में एक बार अपनी सास के लिए उनकी पसंद का कोई मीठा पकवान बनाकर उन्हें खिलाएं।
झाड़ू को हमेशा खड़ा करके रखें, जमीन पर न पड़ा रहने दें।
क्यों असर करता है ये उपाय?
वास्तु शास्त्र के अनुसार, उत्तर-पश्चिम दिशा रिश्तों के लिए बेहद अहम मानी जाती है। जब ये दिशा साफ और सकारात्मक होती है तो घर की महिलाओं के बीच आपसी संबंध मधुर हो जाते हैं। धीरे-धीरे सास का व्यवहार बदल जाता है और वो बहू को अपने बेटे से भी ज्यादा स्नेह देने लगती हैं।
कुछ और छोटे-छोटे सुझाव:
टूटे बर्तन घर में न रखें।
रोज सुबह तुलसी में जल दें और घी का दीपक जलाएं।
पूजा घर की तस्वीरें बेडरूम में न लगाएं।
शाम की चाय सास के साथ बैठकर पिएं, ताकि बातचीत बनी रहे।
इस खबर में दी गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं और परंपराओं पर आधारित है। नेशनल ख़बर इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं करता।