पश्चिम बंगाल में कोविड के मामले तेजी से बढ़े, देश में कोविड के मामलों में चौथे स्थान पर पहुंचा

पश्चिम बंगाल में कोविड मामलों में तेजी, दो बच्चों की हालत गंभीर | स्वास्थ्य सेवाओं पर उठा सियासी बवंडर

Written by: Himanshi Prakash, National Khabar

कोलकाता | 7 जून 2025

पश्चिम बंगाल में शनिवार को कोविड-19 के 58 नए मामले सामने आए, जिससे राज्य में सक्रिय मामलों की कुल संख्या बढ़कर 622 हो गई। इस वृद्धि के साथ ही पश्चिम बंगाल केरल, गुजरात और दिल्ली के बाद देश का चौथा सबसे कोविड-संक्रमित राज्य बन गया है।

नवजातों में भी संक्रमण, एक बच्चा ICU में भर्ती

राज्य के स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, दो छोटे बच्चों — एक दो वर्षीय बच्चा और एक 10 महीने का नवजात — को गंभीर लक्षणों के साथ EM बाइपास के पास एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सूत्रों ने बताया कि इनमें से एक बच्चे को गंभीर सांस की तकलीफ के कारण अस्पताल के पीडियाट्रिक वार्ड में आईसीयू में रखा गया है।

राजधानी कोलकाता में संक्रमण का उछाल

स्वास्थ्य रिकॉर्ड के अनुसार, मई की शुरुआत में कोलकाता में केवल 1 सक्रिय मामला था। लेकिन मई के अंत तक इसमें तेज़ वृद्धि दर्ज की गई है, जो शहरवासियों और प्रशासन दोनों के लिए चिंता का विषय है।

मौत और स्वास्थ्य तैयारियाँ

अब तक राज्य में एक कोविड संक्रमित व्यक्ति की मौत हो चुकी है। इसके साथ ही, ID हॉस्पिटल में दो आइसोलेशन वार्ड को तैयार रखा गया है ताकि अगर मामलों में और वृद्धि हो तो तत्काल कार्रवाई की जा सके।

राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप शुरू

इस बीच, विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने शुक्रवार को राज्य सरकार पर कोविड की सही जानकारी छिपाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा,

“जैसे डेंगू के आंकड़े छिपाए जा रहे हैं, वैसे ही कोविड की स्थिति को भी दबाया जा रहा है। यह प्रशासनिक चूक नहीं, बल्कि आम नागरिकों की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ है।”

इस पर राज्य की स्वास्थ्य राज्य मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य ने पलटवार करते हुए कहा,

“स्वास्थ्य एक राज्य का विषय है। केंद्र सरकार को पूरी जानकारी है और हाल ही में हुई एक मीटिंग में केंद्र ने ममता सरकार की तैयारियों की सराहना की है। विपक्ष को जानकारी नहीं है तो यह उनकी कमी है।”

कोविड रोकथाम के लिए नई पहलें

हालांकि अब तक राज्य सरकार ने कोई औपचारिक स्वास्थ्य परामर्श (एडवाइजरी) जारी नहीं किया है, लेकिन कोलकाता नगर निगम (KMC) ने लोगों को जागरूक करने के लिए कई कदम उठाए हैं।

कोलकाता मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में कोविड जांच केंद्र फिर से शुरू किए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग ने केंद्र सरकार को अस्पताल में भर्ती मरीजों की स्थिति और अब तक उठाए गए कदमों की रिपोर्ट भेजी है।

राज्य में कोविड-19 मामलों में फिर से बढ़ोतरी ने प्रशासन और नागरिकों दोनों के लिए चुनौती खड़ी कर दी है। हालांकि स्वास्थ्य सेवाएं अलर्ट पर हैं, लेकिन राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप ने इस मुद्दे को और गंभीर बना दिया है। आने वाले हफ्ते यह तय करेंगे कि राज्य सरकार की तैयारियाँ कितनी कारगर साबित होती हैं।

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