लोनी गोलचक्कर पर बुलडोजर कार्रवाई: 25 साल पुरानी झुग्गियों पर चला पीडब्ल्यूडी का कहर

पूर्वी दिल्ली के लोनी गोलचक्कर के पास पीडब्ल्यूडी की सड़क के फुटपाथ पर बनी 25 साल पुरानी करीब 50 झुग्गियों को बुधवार को प्रशासन ने बुलडोजर चलाकर हटा दिया। अधिकारियों के अनुसार, इस कार्रवाई से पैदल चलने वालों को फुटपाथ पर चलने में सुविधा होगी।
विरोध की आशंका को देखते हुए मौके पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया था। वहीं, झुग्गीवासियों ने विभिन्न राजनीतिक दलों पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें आश्वासन दिया गया था कि झुग्गियां नहीं तोड़ी जाएंगी।

Written by: Himanshi Prakash, National Khabar

बुधवार सुबह लोनी गोलचक्कर के पास पीडब्ल्यूडी की सड़क के फुटपाथ पर बनी करीब 25 साल पुरानी झुग्गियों पर बुलडोजर चलाया गया। यमुना विहार डिवीजन की स्पेशल टास्क फोर्स ने यह कार्रवाई की, जिसमें निगम, पीडब्ल्यूडी, दिल्ली पुलिस, बीएसईएस समेत कई विभागों के अधिकारी मौजूद रहे। विरोध की आशंका को देखते हुए बड़ी संख्या में अर्धसैनिक बल और दिल्ली पुलिस के जवानों की तैनाती की गई थी।

यह झुग्गियां परिवहन विभाग के दफ्तर के बाहर फुटपाथ पर बनी हुई थीं, जहां रहने वाले लोग मिट्टी के बर्तन और लोहे का सामान बेचते थे। इसकी वजह से सड़क पर, खासकर 100 मीटर के दायरे में, अक्सर जाम की स्थिति बन जाती थी। PWD की कार्रवाई में करीब 50 झुग्गियां हटाई गईं, जिससे फुटपाथ दोबारा पैदल चलने वालों के लिए खुल गया।

इससे पहले भी दो साल पहले इसी स्थान से झुग्गियां हटाने की कोशिश की गई थी, लेकिन उस समय मामला राजनीतिक विवादों की भेंट चढ़ गया था।

बुधवार सुबह करीब 6:30 बजे पुलिस मौके पर पहुंच गई और 8 बजे से रोड पर ट्रैफिक बंद कर रूट डायवर्ट कर दिया गया। बीएसईएस ने कार्रवाई से पहले बिजली के कनेक्शन काट दिए। करीब एक घंटे तक बुलडोजर चला और सवा नौ बजे के आसपास यातायात सामान्य किया गया।

झुग्गी में रहने वाले लोगों ने विरोध जताया, लेकिन भारी पुलिस बल के चलते उनका विरोध असर नहीं दिखा। झुग्गीवासियों का आरोप है कि विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने उन्हें आश्वासन दिया था कि उनकी बस्तियों को नहीं तोड़ा जाएगा, लेकिन अब वे सभी वादे हवा हो गए।

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