Bihar News: भारत अल्ट्रासाउंड सेंटर पर हमला, मरीज की मौत के बाद परिजनों ने की तोड़फोड़ और मारपीट

Bihar News: छपरा स्थित भारत अल्ट्रासाउंड सेंटर में रविवार को उस समय हंगामा मच गया जब एक मरीज की मौत के बाद गुस्साए परिजनों ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए सेंटर पर हमला कर दिया। करीब 35 से 45 लोगों की भीड़ लाठी-डंडों लेकर सेंटर में घुसी और जमकर तोड़फोड़ की। इस दौरान स्टाफ के साथ मारपीट की गई और अल्ट्रासाउंड मशीन, क्लीनिक की गाड़ी व अन्य उपकरणों को भारी नुकसान पहुंचा। घटना में लाखों रुपये की क्षति हुई है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।

Written by Himanshi Prakash , National Khabar

हर के श्रीनंदन स्थित जेपीएम कॉलेज के पास रविवार दोपहर उस समय अफरा-तफरी मच गई जब भारत अल्ट्रासाउंड सेंटर पर भारी संख्या में लोगों ने अचानक धावा बोल दिया। मढ़ौरा थाना क्षेत्र के बरदहिया गांव निवासी आर्यन यादव की पत्नी संगीता कुमारी की मौत के बाद नाराज़ परिजनों ने सेंटर पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर तोड़फोड़ की।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, करीब 35 से 45 की संख्या में लोग लाठी-डंडों और हथियारों से लैस होकर अल्ट्रासाउंड सेंटर पहुंचे और अचानक तोड़फोड़ शुरू कर दी। गुस्साए लोगों ने न सिर्फ मशीनें और उपकरण तहस-नहस कर दिए, बल्कि सेंटर के गार्ड और स्टाफ की बेरहमी से पिटाई भी कर दी। घटना में लाखों रुपये की संपत्ति को नुकसान पहुंचा है।

क्या है पूरा मामला?
बताया जा रहा है कि संगीता कुमारी को कुछ दिन पहले भारत अल्ट्रासाउंड सेंटर में दिखाया गया था, जहां से उन्हें तत्काल फिजिशियन के पास रेफर कर दिया गया था। इसके बावजूद परिजन समय पर आगे का इलाज नहीं करवा सके, और पटना में महिला की मृत्यु हो गई। इसी घटना के बाद परिजनों ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए अल्ट्रासाउंड सेंटर पर हमला कर दिया।
इस हमले में अल्ट्रासाउंड मशीन पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई है, साथ ही डॉक्टर की कार, क्लीनिक का चेंबर, शीशे और अन्य उपकरणों को भी नुकसान पहुंचाया गया। हमले के दौरान सेंटर में मौजूद अन्य मरीजों और उनके परिजनों में भी दहशत फैल गई और कई लोग जान बचाकर भागे।

प्रशासन की कार्रवाई
घटना की जानकारी मिलते ही नगर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित किया। पुलिस अब आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है ताकि हमलावरों की पहचान की जा सके। हालांकि, इस घटना में अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
भारत अल्ट्रासाउंड सेंटर के संचालक मेजर डॉ. मधुकर ने बताया, “हमने मरीज का पूरा इलाज किया था और समय रहते उसे रेफर भी कर दिया था। उसके बावजूद इस तरह की हिंसा निंदनीय है। लाखों रुपये की मशीनें और उपकरण नष्ट हो गए हैं।”
फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है और जल्द ही हमलावरों की पहचान व गिरफ्तारी की उम्मीद जताई जा रही है।

Exit mobile version