एक घंटे श्रमदान कर बापू को अर्पित की ‘स्वच्छांजलि’
रिपोर्ट : प्रज्ञा झा
सेक्टर-137 एवं फेलिक्स अस्पताल के आस पास के एरिया में जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने रविवार को सुबह 10 बजे स्वच्छता के लिए 1 घंटे का श्रमदान किया और महात्मा गांधी जयंती की पूर्व संध्या पर बापू को ‘स्वच्छांजलि’ अर्पित की।
स्वच्छ भारत साझी जिम्मेदारी है। डीएम मनीष कुमार वर्मा ने कहा, “स्वच्छता का महत्व समझना हमारे समाज के लिए गर्व की बात है। क्योंकि स्वच्छता एक स्वस्थ और समृद्ध भारत की ओर एक महत्वपूर्ण कदम है। डॉक्टर डी.के. गुप्ता ने भी स्वच्छता के महत्व को स्वास्थ्य के साथ जोड़कर बताया, “स्वच्छता न केवल हमारे आसपास के पर्यावरण के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह हमारे स्वास्थ्य के लिए भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। स्वच्छता के माध्यम से हम बीमारियों को दूर रख सकते हैं और एक स्वस्थ और खुशहाल जीवन का आनंद उठा सकते हैं। इसलिए, हम सभी को स्वच्छता के महत्व को समझकर स्वास्थ्य के साथ जोड़ने का संकल्प लेना चाहिए।
फेलिक्स अस्पताल के संस्थापक डॉ. डी.के. गुप्ता वे बताया कि स्वच्छता बेहतर स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी है। ऐसे में सभी को स्वच्छता अपनानी होगी और दूसरे लोगों को भी स्वच्छता के प्रति जागरूक करना होगा। स्वच्छता यानी आस पास सफाई रखना, जो की अत्यंत महत्वपूर्ण है। सिर्फ घर की सफाई ही नहीं बल्कि अपने आस पड़ोस को स्वच्छ रखना ज़रूरी है। हमारे धर्मो और संस्कृति में भी साफ़ सफाई का विशेष महत्व है। स्वच्छता मनुष्य को शारीरिक और मानसिक स्तर पर स्वस्थ रखती है। अगर हम आस पास सफाई नहीं रखेंगे, तो बीमारियों के फैलने का डर लगा रहता है। जितनी हमारे आस पास गंदगी रहेगी उतना ही हम कभी भी स्वस्थ नहीं रह पाएंगे और उतना ही हमें स्वास्थ्य संबंधित परेशानियां होगी। हमे स्वंय अपने आस पड़ोस, आंगन, बगीचे को साफ रखना चाहिए और दूसरों को भी सफाई के प्रति जागरूक करना चाहिए। देश के हर नागरिक का कर्त्तव्य है कि वह अपने आस पास कूड़ा, कचरा ना फेंके। महात्मा गांधी जी ने भी स्वच्छता पर काफी ज़ोर दिया था। कोरोना काल के इस कठिन परिस्थिति में लोग सफाई को अधिक प्राथमिकता दे रहे है और हर पल हाथ भी धो रहे है। स्वच्छता की अहमियत लोगो को पता होने के बावजूद, वह छोटी छोटी चीजों का ध्यान नहीं रखते है। जैसे गाड़ी से जाते समय कुछ लोग कचरा बाहर फेंक देते है। यह बहुत गलत है। कई सड़कों पर कूड़ा यूहीं पड़ा रहता है और इससे गंदगी फैलती है।
गंदगी से सिर्फ हम ही नहीं बल्कि पशु भी बीमार पड़ते है। रास्ते पर प्लास्टिक का कचरा पड़ा रहता है और गाय उसे खाना समझ कर खा लेती है, इससे उनकी मौत हो जाती है। जीवन को खूबसूरत और स्वस्थ बनाने के लिए अपने तन, घर और आस पड़ोस की सफाई जरूरी है। हम शरीर को रोद साफ रखते है, जो अनिवार्य भी है। जब मनुष्य स्वच्छ रहेगा तो उसके आस पास का वातावरण बीमारी मुक्त रहेगा। बड़ो को अपने बच्चो को स्वच्छता के महत्व के विषय में अवगत कराना चाहिए। स्वच्छता के महत्व को सभी को समझाना और उसका पालन करना ज़रूरी है। मनुष्य को अपने आस पड़ोस की साफ सफाई करनी चाहिए जैसे हम अपने घरो को साफ रखते है। हर स्थान पर बसे धार्मिक स्थलों की प्रातकाल पूजा की जाती है। ऐसे जगहों पर लोगो को यहां वहां कचरा नहीं फेंकना चाहिए। कचरे को कूड़ेदान में ही फेंकना चाहिए। स्वस्थ मन और तन जीवन में मनुष्य को अपने कार्य में सफल बनाता है और चिंतन मनन में मदद करता है।
इस कार्यक्रम में भाग लेने वाले अन्य प्रमुख व्यक्तियों में डॉक्टर रश्मि गुप्ता, अभीष गुप्ता, पायल भयाना, विनोद जोशी, दलजीत चोपड़ा, सतपाल शर्मा, अखिल चतुर्वेदी, हेमंत कुमार, और रीमा चौहान भी शामिल थे, जिन्होंने स्वच्छता के महत्व को समझ कर इस उपक्रम में भाग लिया।