कहीं आप भी तो नहीं ले रहे बिना डायबिटीज के दवाइयां ?
रिपोर्ट: – प्रज्ञा झा
1- डायबिटीज के मरीज करा रहे हैं अधूरी जाँच
2- दूध पीने से होती है डायबिटीज
3- लोगों को डायबिटीज की अधिक जानकारी है
4- फल खाने से भी हो सकती है डायबिटीज
ऐसे ही कुछ और भी दावे हैं जो डॉ एस कुमार द्वारा किया जाते हैं। डॉ एस कुमार जो एक शोधकर्ता भी है 15 सालों से वो डायबिटीज के फील्ड में प्रैक्टिस कर रहे हैं। ना सिर्फ प्रैक्टिस बल्कि आज तक उन्होंने सैकड़ों लोगों को डायबिटीज से छुटकारा भी दिलाया है। डॉ एस कुमार के मुताबिक अधिकतर लोग को डायबिटीज में होने वाले सभी जांचों के बारे में जानकारी नहीं है। एक्सपर्ट्स भी लोगों को इन टेस्ट्स के बारे में नहीं बताते है।
लोग सालों से दवाइयां ले रहे हैं। इन्सुलिन चल रही है लेकिन उन्हें ये पता ही नहीं है की डायबिटीज होने का असल कारण क्या है ? मधुमेह आज एक उभरती हुई बीमारी है और ये तब होता है जब अग्न्याशय द्वारा इन्सुलिन ( एक प्रकार का हॉर्मोन ) बनाने की प्रक्रिया काम नहीं करती है। अधिकतर लोगों को सिर्फ यही मालूम है की शरीर में पैंक्रियास काम नहीं कर रहे हैं लेकिन ऐसा नहीं है। अगर इंसुलिन बन भी रही हैं तो वो सेल्स तक नहीं पहुँचती और शुगर की मात्रा बढ़ती हैं। जिसे अमूमन डायबिटीज कह दिया जाता हैं।
इस मुद्दे को लेकर हमने शोधकर्ता डॉ एस कुमार से जो भी बात की उससे सुनने के लिए निचे दिए हुए लिंक को क्लिक करें।
आइए जानते हैं एस कुमार के बारे में
डॉ. एस कुमार Appropriate Diet Therapy Centre के संस्थापक हैं । डॉ. एस कुमार पीएचडी होल्डर होने के साथ साथ “डॉक्ट्रेट ऑफ लिटरेचर” की डिग्री रसियन यूनिवर्सिटी से प्राप्त कर चुके हैं साथ ही 3 बार गोल्ड मेडलिस्ट भी रहे हैं । डायबिटीज की दुनियां में शोध करने के लिए उन्हें फ्रांस की सीनेट में भारत गौरव अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है। इतना ही नहीं डॉ. एस कुमार को लंदन की 200 साल पुरानी पार्लियामेंट में डायबिटीज पर शोध के लिए बेस्ट साइंटिस्ट के अवार्ड से भी नवाजा गया है।
डॉ. एस कुमार अभी तक कई किताबें भी लिख चुके हैं, जिनमें से एक पुस्तक को राष्ट्रपति भवन के पुस्तकालय में स्थान भी दिया गया है। भारत में Appropriate Diet Therapy Centre की 56 से अधिक शाखाएं संचालित हैं यदि आप भी संपर्क करना चाहते हैं तो दिए गए नंबर कॉल करें : 09372166486