किशोरावस्था में नींद व मस्तिष्क के विकास में होता है संबंध
रिपोर्ट: नेशनल खबर
हमारे स्वास्थ्य और स्वस्थ मस्तिष्क के लिए पर्याप्त नींद आवश्यक है। एसआरआइ के ह्यूमन स्लीप रिसर्च प्रोग्राम के तहत नींद, संपूर्ण स्वास्थ्य और उसकी गुणवत्ता के संबंधों की जटिलता को लेकर हाल में एक शोध का निष्कर्ष सामने आया है।
खास तौर पर किशोरावस्था में नींद के पैटर्न को लक्षित किया गया है। इसमें स्वस्थ नींद और मस्तिष्क के विकास में एक स्पष्ट संबंध बताया गया है।
एसआरआइ की ह्यूमन स्लीप रिसर्च प्रोग्राम की निदेशक फिओना बैकर ने बताया कि किशोरावस्था स्वस्थ नींद का पैटर्न विकसित होने का सबसे महत्वपूर्ण समय है।
कहा, नींद सभी के लिए महत्वपूर्ण है लेकिन किशोरावस्था के दौरान यह और भी अहम है।
हाल में 10 से 14 साल के 10 हजार बच्चों पर हुए अध्ययन में सामने आया है। कि महामारी के बाद से सोने के समय फोन, कंप्यूटर व टेलीविजन पर समय बिताने का समय बढ़ गया है। शोध में पाया गया कि 28 प्रतिशत से अधिक में इसके चलते नींद में खलल पाया गया।
बैकर और उनके सहयोगियों ने चार साल में 94 किशारों के मस्तिष्क को स्कैन कर विश्लेषण किया। उन्होंने कहा हमने देखा जिसने अधिक मात्रा में शराब का सेवन किया उनकी नींद प्रभावित हुई।
आदर्श स्थिति यह है कि हमें सोने से 30 मिनट पहले स्क्रीन पर समय नहीं बिताना चाहिए। कहा, इस शोध से हमें किशोरों को सचेत करने में मदद मिलेगी। कहा, इस दिशा में शोध का क्रम अभी जारी रहेगा।