कैसे केरल में अंधविश्वास ने ली दो महिलाओं की जान
रिपोर्ट: प्रज्ञा झा
आजकल के जमाने में अगर कोई काला जादू तांत्रिक विद्या चुडैल भूत प्रेत पिचास जैसी चीजों पर विश्वास करता है या इनसे डरता है तो कहीं ना कहीं हमारा पढ़ा-लिखा वर्ग जो है उनका मजाक उड़ाता है या फिर यह कहते हैं कि यह अंधविश्वास है ऐसा कुछ नहीं होता और शायद यह सच भी हो लेकिन तब क्या जब लोग इस अंधविश्वास के सहारे किसी की जान लेने यह बात एक बार भी ना सोच पाए कि उनकी इस अंधभक्ति के कारण किसी इंसान को बहुत नुकसान झेलना पड़ सकता है पहले तो यह खबरें सिर्फ गांव या पिछड़े वर्ग के जो काम हुआ करते थे वहां से आया करती थी लेकिन कभी किसी ने यह नहीं सोचा होगा कि केरल जैसा जो पढ़ा लिखा है वहां से भी इस तरीके की खबरें सामने आ सकती हैं यहां पर एक दंपति ने पिछले 4 महीने के अंदर 2 महिलाओं की गला रेत कर और उनके शरीर को छोटे टुकड़ों में काटकर दफना दिया।
अंधविश्वास में दी नरबली
आजकल के मॉडल में यह विश्वास कर पाना कि काला जादू या फिर नरबलि जैसी चीजें भी आजकल के जमाने में होती है लेकिन यह घटना सच में केरल के थिरुवल्लाह शहर से आई है जहा पर एक दंपति ने अपने जीवन में खुशहाली लाने के लिए दो महिलाओं का कतल कर उनके शव को दफना दिया। दोनो महिलाओं की उम्र करीबन 50 वर्ष की थी और हत्या के कुछ दिन पहले ही वो दोनो महिलाएं लापता हो गई थी। जिसके बाद परिजनों ने इस बात की खबर पुलिस वालों को दी पुलिस की जांच में यह पता चला कि केरल के तिरुवल्ला शहर में एक दंपति का यह काम है जिसके बाद और भी कई बड़े खुलासे हुए इसमें इन दोनों के साथ एक और शख्स के मिले होने की खबर भी सामने आई है जिसका नाम है राशिद उर्फ़ मुहम्मद शमी। रशीद ने लॉटरी वाली बेचने वाली महिलाओं से साजिश के तहत दोस्ती की और इन्हें बहलाया कुछ लाया जिसके बाद वह दोनों किडनैप किए गए और पहले तो दोनों का गला रेता गया और फिर उनके शरीर को छोटे-छोटे टुकड़ों में काटकर जमीन में दफना दिया गया।
कैसा अंधविश्वास है ये?
माना कि कुछ लोग काफी ज्यादा आस्तिक होते हैं ।यानी भगवान में श्रद्धा रखते हैं ,और कुछ लोग यह भी मानते हैं कि धरती में अगर भगवान है ,तो भूत ,प्रेत और काला जादू जैसी चीजें भी होंगी। लेकिन इस बात को इतनी गंभीरता से लेना कि यह अंधविश्वास किसी की जिंदगी छीन ले क्या यह ठीक है? इस तरीके की घटना कोई नई नहीं है। केरल में ऐसी कई घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं ।जहां पर अपनी ही बेटी की हत्या कर दी गई ।देश में अलग-अलग शहरों से इस तरीके की घटनाएं सामने आती रहती है, लेकिन जब इस तरीके की घटना केरल जैसे पढ़े-लिखे राज्यों से सामने आए तो शक और डर दोनों ही बढ़ जाता है अंधविश्वास में डूबा इंसान यह भी नहीं सोचता कि उसे खुद को भी नुकसान पहुंचाना चाहिए या नहीं उसे जो फल चाहिए, उसे मिलना जरूरी है और जिसके लिए उसे कुछ भी करना पड़े तो वह तैयार होता है।
तंत्र मंत्र का गड़।
केरल का थ्रीसुर गांव को तंत्र-मंत्र का अड्डा माना जाता है यहां पर जितने भी घर है वह अलग ही नजर आ जाते हैं जहां पर काले और सफेद रंग से पेंट किया होता है और कीड़े मकोड़ों की तस्वीरें आया फोटो जो है उनके दीवारों पर चुकी होती है लेकिन इन घरों में सिर्फ पिछड़ी जाति के लोग ही नहीं जाते बल्कि बड़े बड़े बिजनेसमैन नेता और जो पढ़ा-लिखा वर्ग है वह तक जाता है आपको नौकरी नहीं मिल रही शादी नहीं हो रही या फिर अपने दुश्मन से किसी तरीके का बदला लेना चाहते हैं, तभी लोग यहां पहुंचते है।