क्या आप भी करा रहे हैं डायबिटीज की अधूरी जाँच ?
रिपोर्ट: – प्रज्ञा झा, संवाददाता नेशनल खबर
किसी भी बीमारी को समझने और ख़त्म करने के लिए सबसे पहली चीज जो किसी भी व्यक्ति को करानी चाहिए वो होती है “जाँच”। जाँच कराने से ही आप अपनी बीमारी की जड़ तक पहुँच सकते हैं और उससे निजात भी पा सकते हैं। लेकिन जब जाँच ही अधूरी हो तो किसी भी बीमारी के बारे में कैसे पता चल सकता है या उससे कैसे निजात पाया जा सकता है। पर आप सोचेंगे ऐसा कैसे हो सकता है कोई भी अधूरी जाँच क्यों कराएगा। जी बिलकुल कोई मरीज तो अधूरी जाँच नहीं कराएगा लेकिन क्या कोई एक्सपर्ट ऐसा कर सकता है। शायद हाँ क्यूंकि कुछ ऐसे दावे सामने आए हैं जो आपके मन को विचलित कर सकते हैं। यानि “डायबिटीज के मरीजों की अधूरी जाँच होती है”, बिना डायबिटीज के मरीज इन्सुलिन ले रहे हैं”, “भारत में 90% लोग करा रहे डायबिटीज की अधूरी जाँच”, ये दावे किए गए हैं शोधकर्ता डॉ एस कुमार द्वारा जिनके मुताबिक देश में 90% लोग अधूरी जाँच के कारण इन्सुलिन ले रहे हैं। डॉ एस कुमार 45 सालों से ज्यादा का तजुर्बा रखते हैं और 15 साल से डायबिटीज पर काम कर रहे हैं। उनका कहना है की आज तक उन्हें एक भी ऐसा पेशेंट नहीं मिला जिसे डायबिटीज हो अब ऐसा कैसे हो सकता हैं ? डॉ एस कुमार के मुताबिक डायबिटीज में 3 नहीं बल्कि 6 तरीके के टेस्ट होते हैं अब वो 6 टेस्ट कौन से हैं जिसे कराने से आपको पता चलता हैं की आपको डायबिटीज है या नहीं है ये समझने के लिए नीचे दिए हुए लिंक पर जाएं
डॉ. एस कुमार Appropriate Diet Therapy Centre के संस्थापक हैं । डॉ. एस कुमार पीएचडी होल्डर होने के साथ साथ “डॉक्ट्रेट ऑफ लिटरेचर” की डिग्री रसियन यूनिवर्सिटी से प्राप्त कर चुके हैं साथ ही 3 बार गोल्ड मेडलिस्ट भी रहे हैं । डायबिटीज की दुनियां में शोध करने के लिए उन्हें फ्रांस की सीनेट में भारत गौरव अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है। इतना ही नहीं डॉ. एस कुमार को लंदन की 200 साल पुरानी पार्लियामेंट में डायबिटीज पर शोध के लिए बेस्ट साइंटिस्ट के अवार्ड से भी नवाजा गया है।
डॉ. एस कुमार अभी तक कई किताबें भी लिख चुके हैं, जिनमें से एक पुस्तक को राष्ट्रपति भवन के पुस्तकालय में स्थान भी दिया गया है। भारत में Appropriate Diet Therapy Centre की 56 से अधिक शाखाएं संचालित हैं यदि आप भी संपर्क करना चाहते हैं तो दिए गए नंबर कॉल करें : +91 9372166486