ज्ञानवापी मस्जिद मामले में इलाहाबाद हाई कोर्ट ने 1 दिन के लिए लगाया स्टे
रिपोर्ट :- प्रज्ञा झा
ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वे का मामला जो सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच चूका था वो अब हाई कोर्ट में पहुंच चूका है। ज्ञानवापी मस्जिद का मामला जस्टिस प्रीतिकर दिवाकर के कोर्ट में पेश हुआ। जस्टिस ने ASI आर्किओलॉजिकल सर्वे ऑफ़ इंडिया की तरफ से पहुंचे हुए अफसर से पूछा की आखिर सर्वे कैसे करेंगे तो एएसआई अधिकारी बगलें झाकने लगे। इसके बाद जस्टिस भड़क गए और उन्होंने कहा की बुधवार शाम 4:30 बजे तक किसी ऐसे अफसर को भेजो जो सब चीजों के बारे में जनता हो लेकिन कोई भी अफसर कोर्ट नहीं पहुँच पाया।
जानकारी के लिए आपको बता दें की ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वे का मामला पहले जिला कोर्ट में था और जिला कोर्ट ने ASI को मस्जिद के सर्वे के लिए कहा साथ ही ये भी आदेश दिया की वाजुखाने का सर्वे न किया जाए। इस फैसले को नकारते हुए मजीद कमिटी के लोग सुप्रीम कोर्ट पहुंचे। सुप्रीम कोर्ट में पूछे जाने पर की वो हाई कोर्ट क्यों नहीं गए तो कमिटी की तरफ से कहा गया की समय कम था। लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने मामले को इलाहबाद हाई कोर्ट को सौंप दिया। हाई कोर्ट में ASI के अधिकारी से पूछे जाने पर की कैसे सर्वे किया जाएगा तो इसका कोई जवाब नहीं आ पाया।
मस्जिद कमिटी के लोगों की तरफ से तर्क दिया गया अगर सर्वे में कुछ निकल गया तो मस्जिद को गिरा दिया जाएगा। उनका कहना रहा की आखिर मस्जिद गिराने का फैसला इतनी जल्दी क्यों किया गया।
ASI की तरफ से कोई भी अफसर तो नहीं आया लेकिन उनकी तरफ से एक हलफनामा भेजा गया जिसमे कहा गया हम IIT कानपूर के सहयोग से सर्वे का काम करेंगे। वहां की टीम रडार और जीपी सर्वे के जरिए सच का पता लगाएंगे।