डायबिटीज मरीज की 25 साल से चल रही इंसुलिन हुई बंद, जानिए कैसे ?
रिपोर्ट: – प्रज्ञा झा, संवाददाता, नेशनल खबर
1920 में कैनेडियन सर्जन डॉ फ्रेडेरिक बैंटिंग ने इन्सुलिन का अविष्कार किया था लेकिन उसे सिर्फ 1 $ में ही बेचा था। फिर धीरे-धीरे इन्सुलिन व्यापार का तरीका बनना शुरू हो गया। इंसुलिन का अविष्कार जब किया गया तो उस वख्त में ये लोगों के लिए एक वरदान से कम नहीं था क्यूंकि पहले डायबिटीज का मतलब मृत्यु ही हुआ करता था ऐसा इसलिए की डायबिटिक मरीजों को अपना खाना-पीना सिर्फ इसलिए छोड़ना पड़ता था की उनके लिए कोई इलाज नहीं था। फिर इन्सुलिन के चलते लोगों की जाने भी बचने लगी और ऐसे इन्सुलिन का सेवन मरीजों ने शुरू कर दिया। इंसुलिन एक हॉर्मोन है जो हमारे शरीर में बनता है और शरीर में शर्करा को नियंत्रित करने में मद्दत करता है। इंसुलिन आम लोगों के लिए कोई खास चीज नहीं होगी लेकिन एक डायबिटिक मरीज के लिए काफी महत्व रखती है। यानि इंसुलिन के शरीर में न बनने के कारण या अगर बन भी रही है तो उसका उपयोग शरीर में न होने की वजह से ही उन्हें डायबिटीज का शिकार होना पड़ता है। डायबिटीज होने के बाद उन्हें बाहर से इंसुलिन लेनी पड़ती है, दिन-ब-दिन ये इंसुलिन बढ़ती जाती है। इसके बाद आखिर में यही इंसुलिन डायबिटिक मरीजों के जान का खतरा भी बन सकती है। इतना ही नहीं कई मरीजों की जान भी इन्सुलिन के कारण चली जाती है। ये तो बात हुई इन्सुलिन की अब बात करते है की आखिर डायबिटिक मरीज इन्सुलिन से छुटकारा कैसे पाएं। तो नीचे दिए हुए लिंक से आपको पता चल सकता है की सिर्फ अपनी डाइट को नियंत्रित करके ही आप डायबिटीज से निजात पा सकते हैं। दरअसल नेशनल खबर ने हालिया ही शोधकर्ता डॉ एस कुमार से साक्षत्कार के दौरान इन्सुलिन से निजात पाने का तरीका पूछा तो उन्होंने अपनी एक मरीज जिक्र किया जिनकी 25 साल से चल रही इन्सुलिन सिर्फ चंद महीने के इलाज से ही बंद हो गयी। अधिक जानकारी के लिए आप नीचे दिए हुए लिंक पर क्लिक करें।
आइए जानते हैं एस कुमार के बारे में
डॉ. एस कुमार Appropriate Diet Therapy Centre के संस्थापक हैं । डॉ. एस कुमार पीएचडी होल्डर होने के साथ साथ “डॉक्ट्रेट ऑफ लिटरेचर” की डिग्री रसियन यूनिवर्सिटी से प्राप्त कर चुके हैं साथ ही 3 बार गोल्ड मेडलिस्ट भी रहे हैं । डायबिटीज की दुनियां में शोध करने के लिए उन्हें फ्रांस की सीनेट में भारत गौरव अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है। इतना ही नहीं डॉ. एस कुमार को लंदन की 200 साल पुरानी पार्लियामेंट में डायबिटीज पर शोध के लिए बेस्ट साइंटिस्ट के अवार्ड से भी नवाजा गया है।
डॉ. एस कुमार अभी तक कई किताबें भी लिख चुके हैं, जिनमें से एक पुस्तक को राष्ट्रपति भवन के पुस्तकालय में स्थान भी दिया गया है। भारत में Appropriate Diet Therapy Centre की 56 से अधिक शाखाएं संचालित हैं यदि आप भी संपर्क करना चाहते हैं तो दिए गए नंबर कॉल करें : +91 9372166486