दिल्ली में बाढ़ के चलते क्यों गरमाई सियासत, जनता की गुहार कब सुनेगी सरकार ?
रिपोर्ट :- प्रज्ञा झा
1- हथिनी कुंड बैराज से छोड़े जा रहे पानी के कारण दिल्ली का ये हाल हो रहा है ।
2- दिल्ली के ड्रेनेज सिस्टम को बेहतर तरीके से तैयार नहीं किया गया ।
3- 3 वाटर सप्लाई प्लांट के बंद होने के चलते दिल्ली में पीने के पानी की किल्लत कुछ
दिन तक होगी ।
ये कुछ चंद बयान दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल द्वारा पीछे 3 दिनों से दिए गए है । इसमें वो साफ़ तौर पर हरियाणा की बीजेपी सरकार पर आरोप लगा रहे हैं की जब उनके द्वारा हथिनी कुंड बैराज का पानी छोड़ा गया है इसके चलते दिल्ली में जल भराव हुआ है । लेकिन मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल अपनी सरकार की गलती एक बार भी नहीं मानते नज़र आए। गलती ये की जब सरकार को पता था की आज नहीं तो कल हथिनी कुंड बैराज से पानी छोड़ा जाएगा और इससे यमुना का जल स्तर बढ़ेगा तो पहले से इस बात का ख्याल क्यों नहीं रखा गया की लोगों को सुरक्षित जगह पर पहुंचना है।
किसान परेशान है इस बात से पैसे कर्ज पर लेके जो फसल उगाई थी वो तो बाढ़ के चलते बर्बाद हो गयी। अब मुसीबत ये है की उन्हें सड़क के किनारे अपने छोटे छोटे बच्चों को लेकर रहना पड़ रहा है। लोग सरकार के इंतज़ार में बैठे की सरकार कुछ करेगी लेकिन सरकार तो अपने आप को विक्टिम साबित करने में लगी है।
भले ही बाढ़ का पानी भरने के बाद लोगों के बचाव का कार्य किया गया है उन्हें सुरक्षित शिविरों तक पहुंचाया गया है लेकिन उन्हें कौन सी सुविधा दी जा रही है। उल्टा उनके छोटे छोटे बच्चे भूखे बिलक रहे हैं। दिल्ली के कई इलाके यमुना के जल स्तर बढ़ने के कारण डूब चुके हैं। लोगों के घर भी पानी में डूब चुके हैं। कई लोगों को जब खबर हुई की पानी अब घरों में घुसने लगा तो लोगों ने पेड़ पर बैठ कर रात गुजारी अगली सुबह बचाव के लिए टीम पहुंची।
45 साल बाद दिल्ली में ये नज़ारा देखने को मिला हैं । इस बीच में लोग इतने अतरंगी हैं की जब उन्हें लोगो को बचाना चाहिए तब वो पिकनिक स्पॉट समझ के दिल्ली में फोटोग्राफी कर रहे हैं और सेल्फीज़ खिचवा रहे हैं।
इस बाढ़ के चलते अब दिल्ली वालो की ही नहीं पूरे देश को महंगाई का सामना करना पड़ेगा क्यूंकि किसानों की फसल खराब हुई हैं और जल्द ही सब्जियों के दामों में बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है।