बिना किसी पूजा-पाठ होगी सभी मनोकामना पूरी !
रिपोर्ट :ज्योति पटेल, नेशनल धर्म
मंत्र से भी शक्तिशाली रीड की हड्डी होती है कहते हैं इस धरती पर कोई भी जीवित चीज है जो की रीड की हड्डी पर टिकी हुई होती है यदि मनुष्य मंदिर जाते हैं तो ज्यादा से ज्यादा दो या तीन मिनट तक ही सीधे बैठे रहते हैं फिर उसके बाद वह धीरे-धीरे झुकने लग जाते हैं
पेड़ पौधे भी ज्यादा देर तक खड़े नहीं रह सकते हैं क्योंकि उनकी टहनियां भी धीरे-धीरे झुकने लग जाती है या मुड़ने लग जाती है मंदिर में सीधे बैठने से कई धार्मिक संदर्भ और परंपरा है जो निर्भर करती हैं
कुछ धार्मिक संदर्भ में मंदिर में सीधे बैठकर ध्यान प्रार्थना या मेधावी क्रिया करने से मान्यता प्राप्त होती है
इसलिए कहा जाता है किसी भी पवित्र स्थान पर सीधे बैठना चाहिए ‘अपने रीड की हड्डी को सीधे करके बैठना चाहिए सीधे बैठने से आप सब कुछ प्राप्त कर सकते हैं; आत्मविश्वास में सुधार ला सकते हैं यहां तक रीड की हड्डी सीधे करके पवित्र स्थान पर बैठने से सकारात्मक ऊर्जा पैदा होती है और नकारात्मक ऊर्जा बाहर जाती है
सीधे बैठने से आत्मविश्वास में सुधार हो सकता है क्योंकि यह एक शांत, स्थिर और सुविधाजनक आसन होता है। यह नीति आपको अपने आप में विश्वास करने में मदद कर सकती है क्योंकि यह आपको एक ऐसे माहौल में ले जाती है जो आपके अंदर की शक्तियों को साकार कर सकता है। यह एक प्रकार की मानसिक स्थिरता और सुधारने का संकेत हो सकता है, जो आपके आत्मविश्वास को बढ़ावा देता है।
तंत्र-मंत्र श्लोक सब कुछ बाद में सिर्फ आप 5 मिनट अपने रीड की हड्डी को सीधे करके बैठ जाइए फिर देखिए आप क्या महसूस करते हैं किसी भी पवित्र स्थान हो या कोई भी शांत वातावरण हो जहां आपको सिर्फ शांति ही नजर आए जहां आपको सिर्फ सुकून मिले