भारत में बढ़ते डायबिटीज मरीज, क्या है सच ?
रिपोर्ट:- प्रज्ञा झा, संवाददाता, नेशनल खबर
इंडिया में 10 करोड़ सुदृढ़ और अनिदानिएअ मामले सामने आ चुके हैं। ये तो सिर्फ अनुमानित संख्या है इसके दो गुना होने की आशंका भी साथ में जताई जा रही है। भारत ही नहीं पूरे विश्व के लिए मधुमेह एक चुनौती के तौर पर उभरता जा रहा है। WHO के मुताबिक डायबिटीज के मरीज को गुर्दा रोग, अन्धापन,ह्रदय रोग स्ट्रोक जैसी कई बीमारियां इसके कारण हो सकती हैं। भारत में 74 मिलियन पुष्टिकृत डायबिटीज मरीज मौजूद हैं। मधुमेह 20 साल के युवा से 79 साल बुजुर्गों तक में पाया जा रहा है।हालिया ही मद्रास डायबिटीज रिसर्च फाउंडेशन द्वारा किए गए एक रिसर्च में पाया गया की भारत में 2 से 3 करोड़ ऐसे लोग मौजूद जिन्हे प्री डायबिटीज की शिकायत है। साथ ही MDRS और ICMR के मुताबिक अगर अपनी जीवन शैली में जल्द सुधार नहीं लाया गया तो हालत और बिगड़ सकते हैं। लेकिन क्या ये सच है शयद हाँ हो भी सकते हैं क्यूंकि इतने बड़े संसथान अगर कुछ कहेंगे तो उसमें कुछ सच्चाई तो जरूर होगी। लेकिन क्या ऐसा संभव है की आने वाले समय में डायबिटीज को जड़ से खत्म कर दिया जाए। तो हाँ ये दावा है शोधकर्ता डॉ एस कुमार का जिनके मुताबिक भारत में 90% ऐसे लोग हैं जो बिना डिबेट्स के इन्सुलिन और दवाइयां ले रहे हैं! ऐसा क्यों और कैसे ये जाना भी जरुरी है? तो दरसल डॉ कुमार के मुताबिक डायबिटीज में होने वाले सभी टेस्ट्स लोगों द्वारा नहीं करवाए जाते हैं। लोग अधूरी जाँच होने के चलते सालों से दवाइयां और इन्सुलिन ले रहे हैं। जी हाँ आप बिलकुल सही पढ़ रहे हैं की देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भो पूरे टेस्ट नहीं कराए जाते हैं। ऐसे में मरीज को कैसे पता होगा की उसका इलाज सही से हो रहा है या नहीं ! जैसे जैसे मरीजों की सख्या बढ़ रही है वैसे ही डॉक्टर्स भी दो गुना होते जा रहे हैं लेकिन ये समझना जरुरी है की जब पूरी जाँच ही नहीं हो रही तो इस तरीके के आंकड़े सामने आना लाजमी है। हालिया ही डॉ एस कुमार से नेशनल खबर की संवाददाता भर्ती बघेल ने साक्षत्कार के दौरान आम लोगों के सभी सवालों को रखा उस वख्त उन्होंने बताया की डायबिटीज से निकलना कोई मुश्किल काम नहीं है। ये कोई भी कर सकता है। पूरे साक्षत्कार के दौरान डॉ एस कुमार के बताए गए जवाबों को जानने के लिए निचे दिए हुए लिंक पर क्लिक करें
आइए जानते हैं एस कुमार के बारे में
डॉ. एस कुमार Appropriate Diet Therapy Centre के संस्थापक हैं । डॉ. एस कुमार पीएचडी होल्डर होने के साथ साथ “डॉक्ट्रेट ऑफ लिटरेचर” की डिग्री रसियन यूनिवर्सिटी से प्राप्त कर चुके हैं साथ ही 3 बार गोल्ड मेडलिस्ट भी रहे हैं । डायबिटीज की दुनियां में शोध करने के लिए उन्हें फ्रांस की सीनेट में भारत गौरव अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है। इतना ही नहीं डॉ. एस कुमार को लंदन की 200 साल पुरानी पार्लियामेंट में डायबिटीज पर शोध के लिए बेस्ट साइंटिस्ट के अवार्ड से भी नवाजा गया है।
डॉ. एस कुमार अभी तक कई किताबें भी लिख चुके हैं, जिनमें से एक पुस्तक को राष्ट्रपति भवन के पुस्तकालय में स्थान भी दिया गया है। भारत में Appropriate Diet Therapy Centre की 56 से अधिक शाखाएं संचालित हैं यदि आप भी संपर्क करना चाहते हैं तो दिए गए नंबर कॉल करें : +91 9372166486