मानसून सत्र में विपक्ष की पक्ष पर सवालों की बरसात
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन ने 2024-25 का बजट पेश किया ।
Written By: प्रखर
बीजेपी सरकार में वित्त मंत्री पद पर स्थापित निर्मला सीतारमन ने मानसून सत्र में बजट पेश करने के साथ ही उन्होंने एक नया “रिकॉर्ड” भी बनाया है उन्होंने मोरारजी देसाई के बाद सात बार बजट पेश है।
मानसून सत्र में कई बजट पास किये गये ।
इस सत्र में बजट का मुख्य विषय
॰ रोज़गार, कौशल,एमएसएमई
और विकसित भारत की बात की।
सत्र में बजट के ख़ास 9 मुद्दों को रखा।
॰ कृषि में उत्पादकता और लचीलापन
॰ रोज़गार और कौशल
॰मानव संसाधन विकास और सामाजिक न्याय
॰विनिर्माण और सेवाए
॰शहरी विकास
॰ऊर्जा सुरक्षा
॰बुनियादी ढाचा
॰नवीनता,अनुसंधान,विकास
॰अगली पीढ़ी का सुधार
750 पन्नो के इस बजट में कई फ़ैसले लिए गए जो सरकार के अनुसार जनहित और देश हित में है।
पर विपक्ष ने इस 750 पन्नो का निचोड़ निकालकर जनहित के बात पर पक्ष को घेरा।
विपक्ष की मज़बूत होना सरकार को कई घेरो में घेर दे रहा है बहुत सारी बजट नितियो को सही और बदलाव करने की बात रख रहा है
विपक्ष के कई अहम सवाल है कि खर्च कहा से आयेंगे। इन बातो से विपक्ष ने सरकार का संसद में आवाज़ उठाई।
नयी कर प्रणाली में प्रणाली में बदलाव 17.5 हजार तक होगी बचत ऐसा सरकार का कहना।
बजट में दो राज्यो को ख़ास सौगात मिली (बिहार और आंध्रप्रदेश)
आंध्रप्रदेश को 15 हजार करोड़ तो बिहार को 59 हजार करोड़
बजट 2024 की मुख्य बातें: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 23 जुलाई को संसद में केंद्रीय बजट 2024-25 की घोषणा की। बजट में कृषि क्षेत्र के लिए प्रावधान, रोजगार से संबंधित योजनाओं की शुरूआत, ऋण योजनाएँ, एमएसएमई क्षेत्र को वित्तीय सहायता की घोषणाएँ, बुनियादी ढाँचा विकास और राजकोषीय घाटे के 4.9% पर प्रक्षेपण पर ध्यान केंद्रित किया गया, जिसे घटाकर 4.5% करने की प्रतिबद्धता है। सरकार ने सीमा शुल्क में कटौती की और साथ ही वित्तीय वर्ष के लिए पूंजीगत लाभ करों में बदलाव किए। “कर बजट” नई कर नीति के तहत कर स्लैब में संशोधन के रूप में आता है।