मिशन 2024 को लेकर भाजपा का मंथन, बदले जा सकते हैं कई राज्यों के प्रभारी
रिपोर्ट: नेशनल खबर
लोकसभा चुनाव 2024 के लिए फिर से तीन सौ पार के लक्ष्य के साथ तैयारी में जुटी भाजपा में जल्द ही कुछ महत्वपूर्ण बदलाव देखने को मिल सकते हैं। पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने जिस तरह दो दिन तक मंथन किया है, उससे संकेत मिल रहे हैं कि कुछ बड़े राज्यों के प्रभारी बदले जा सकते हैं।
हाल ही में भाजपा ने मिशन 2024 के तहत महासंपर्क अभियान शुरू किया है। इसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह और पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा जैसे शीर्ष नेताओं की जनसभाएं भी प्रस्तावित हैं। बूथ स्तर तक संगठन को सक्रिय करने की रूपरेखा बनाई गई है।
इसके साथ भाजपा ने केंद्र से लेकर राज्यों तक संगठन को चुस्त-दुरुस्त करने पर कसरत तेज कर दी है। दो दिन तक दिल्ली में पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा, अमित शाह और राष्ट्रीय महामंत्री ग्रुप समेत अन्य बड़े नेताओं की मीटिंग चली।
पार्टी सूत्रों के अनुसार, इस बैठक में मुख्यरूप से लोकसभा चुनाव ही मुद्दा रहा। राज्यों में संगठन की स्थिति, चुनौतियों, संभावनाओं, वर्तमान में वहाँ संगठन का नेतृत्व कर रहे पदाधिकारियों के क्षेत्रीय जातीय समीकरण और पकड़ आदि पर गहराई से विचार-विमर्श किया गया है।
इसके लिए राज्यों से फीडबैक भी लिया गया है। माना जा रहा है कि लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए पार्टी कई प्रमुख राज्यों के प्रभारी बदल सकती है। प्रदेश संगठन के अध्यक्षों में भी बदलाव संभव है। इसके साथ ही केंद्रीय संगठन में भी कुछ पदाधिकारियों के दायित्व जल्द बदले जा सकते हैं।
बेशक, इस उच्च स्तरीय विमर्श के केंद्र में लोकसभा चुनाव रहा हो, लेकिन साथ ही इस वर्ष होने जा रहे पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव की तैयारियों पर भी चर्चा की गई। इनमें खास तौर पर कांग्रेस और भाजपा के सीधे मुकाबले वाले हिंदी पट्टी वाले मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में संगठन की शक्ति और कमजोरियों की समीक्षा की गई।