लखीमपुर की हत्याकांड के बाद योगी सरकार फिर घेरे में फिर पूछे गए सवाल पढ़िए पूरी घटना
रिपोर्ट :- प्रज्ञा झा
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी गांव से बेहद खौफनाक और आक्रोशित कर देने वाली घटना सामने आई है। लखीमपुर खीरी में आज दो सगी बहनों की रेप करने के बाद पेड़ पर लटका कर हत्या कर दी गई। लखीमपुर खीरी पहले भी ऐसे मामले को लेकर चर्चा में रह चुका है। उस वक्त में अखिलेश सरकार सत्ता में थी। बेरहाल दोनों बहनों के हत्या करने वाले और रेप करने वाले 6 आरोपियों को पकड़ लिया गया है आगे की खबर कुछ पॉइंट में समझिये:-
1. नाबालिक लड़कियों की उम्र करीबन 15 और 17 साल बताई गई है|
2. इससे पहले भी ऐसी वारदात को अंजाम दिया गया था जिसमें दो सगी बहनों को की हत्या की गई थी।
3. मां का आरोप की दोनों बेटियों को जबरन अगवा करके ले जाए गया।
4. पुलिस प्रशासन ने किसी भी तरह के अपहरण या मारपीट की वारदात को खारिज किया।
खबर विस्तार से:
-बुधवार की शाम को लखीमपुर खीरी के निघासन थाना क्षेत्र से दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है जिसमें दो सगी बहनों की रेप करने के बाद हत्या करके पेड़ से उनके शव को उन्हीं के दुपट्टे से लटका दिया गया। दर्शन के दोनों बहने नाबालिक है एक की उम्र 15 साल तो दूसरे की उम्र 17 साल की थी फिर हाल पुलिस ने इस मामले में 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस की पूछताछ में इन 6 आरोपियों में से दो लड़कों ने यह कबूला है कि उन्होंने इस वारदात को अंजाम दिया इन दोनों लड़कों का नाम जुनैद और सोहैल है। दोनो लड़कियां दलित परिवार से आती है।
नाबालिगों की मां ने यह भी आरोप लगाया था कि उनकी बेटी युवक का अपहरण किया गया और घर में घुसकर मारपीट जैसे वारदात को भी अंजाम दिया गया लेकिन इस चीज को खारिज करते हुए पुलिस अधीक्षक संजीव सुमन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस पर बताया कि अपहरण जैसे किसी भी वारदात को अंजाम नहीं दिया गया था। मुख्य अभियुक्त दोनो लड़कियां के घर के पास ही रहता था उन्हें बरगला कर वह खेत में लेकर गया और उसने उसने ही बाकी तीनों लोगों से लड़कियों को मिलवाया और दोस्ती करवाई थी। दो और लोगों को गिरफ्तार इसलिए किया गया क्योंकि उन्होंने इस सबूत को मिटाने की कोशिश की थी।परिवार के लोग अंतिम संस्कार के लिए राजी नहीं थे।
दोनों लड़कियों के माता पिता लड़कियों के अंतिम संस्कार के लिए राजी नहीं हुए उनकी मांग थी ,कि पहले उन्हें न्याय दिया जाए । प्रशासन के काफी बार समझाने के बाद भी बात नहीं बनी। लेकिन गुरुवार की शाम को फिर जब वो लोग माने तब पूरे विधि विधान के साथ लड़कियों के शव को दफनाया गया।मामले को लेकर विपक्ष ने वार किया है।इस हत्याकांड के बाद विपक्षी नेताओं ने उत्तर प्रदेश सरकार और उनके बनाए गए कानूनों पर सवाल उठाएं है ।और पूछा है कि महिलाओं को लेकर इतनी वारदात उत्तर प्रदेश में क्यों बढ़ती जा रही है ।
आखिर महिलाएं कब सुरक्षित होंगी। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्वीट करके इस घटना पर दुख व्यक्त किया है, और पिता का पुलिस वालों पर यह आरोप लगाने पर कि उन्होंने बिना किसी अनुमति या पंचनामा के बगैर ही उनकी बेटी का पोस्टमार्टम करवा दिया इस चीज को बेहद गंभीर स्थिति बताई है।कांग्रेस नेता प्रियंका वाड्रा का कहना है कि दोनों लड़कियों के परिजनों ने कहा है कि उनका दिनदहाड़े अपहरण किया गया तो सिर्फ टीवी में यह विज्ञापन दे देने से कि उत्तर प्रदेश में सारी लड़कियां सुरक्षित हैं हर चीज ठीक नहीं हो जाती है।
लखीमपुर खीरी पहले भी चर्चाओं में रह चुका है।इस हत्याकांड से पहले भी लखीमपुर खीरी में इस तरीके की एक घटना को अंजाम दिया गया था साल 2014 जिस वक्त उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार थी और अब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव सत्ता में थे उस वक्त भी दो चचेरी बहनों की इसी तरीके से गैंगरेप कर दुपट्टे से उनका गला दबाकर पेड़ पर लटकता हुआ उनका शव मिला था उस वक्त में अखिलेश यादव के पिता मुलायम सिंह यादव के एक बयान ने लोगों के मन का आक्रोश और ज्यादा बढ़ा दिया जब उन्होंने कहा कि “लड़के हैं गलतियां हो जाती हैं”|साल 2020 में लखीमपुर खीरी महिलाओं के प्रति हुए वारदात में काफी आगे रहा था। अलग-अलग स्थानों से महिलाओं के प्रति वारदात सितंबर से अक्टूबर के महीने में काफी ज्यादा देखने को मिली थी।लखीमपुर खीरी किसान आंदोलन के दौरान भी काफी ज्यादा चर्चा में रहा था।इस घटना के बाद लड़कियों के परिजनों से किए गए 5 वादे हत्याकांड में पता लगने के बाद प्रशासन ने लड़कियों के परिजनों से पांच बड़े वादे किए हैं जिनमें उनकी मां को 8-8 लाख देने का वादा भी किया है और किए गए वादों को नीचे पढ़ें।