लोगों को मंदिर नहीं अस्पताल और स्कूल की जरुरत है – चंद्र शेखर
राम मंदिर पर चल रहे बवाल पर तमाम राजनीतिक पार्टियां अपनी प्रतिक्रिया सामने रख रही है साथ ही सभी राजनेता भी बयानबाजी करने में पीछे नहीं हैं । कुछ का कहना है की राम मंदिर बीजेपी का क्रेडिट लेने का और चुनाव में मुद्दा बनने का तरीका हैं वहीँ कुछ कह रहे हैं की किसी मंदिर की नहीं बल्कि स्कूल्स और हॉस्पिटल्स की जरुरत ज्यादा है।
Written By: Pragya Jha, National Khabar
22 जनवरी को होने वाली राम लला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह से बीजेपी को मिलने वाली लोकप्रियता INDIA गठबंधन के लिए एक नई मुसीबत बन चुकी है। लगातार बयान ये आ रहे हैं की बीजेपी हिंदुत्व की राजनीति करने और हिंदुत्व और राजनीति दोनों को मिला कर चलने में भरोसा करती है। इन सभी चीजों के बीच बिहार की राजनीति कुछ ज्यादा ही गड़बड़ हो चली है। बिहार के डिप्टी CM तेजस्वी यादव ने कुछ दिनों पहले बयान दिया था की देश को अस्पतालों की जरुरत है ना की मदिरों की, इलाज करना होगा तो अस्पताल जाएंगे मंदिर नहीं इसके बाद RJD के कई नेता मैदान में कूद पड़े और उन्होंने राम लला को लेकर कई बयान दिए हैं।
चंद्र शेखर का बड़ा बयान
देश में राम मंदिर पर चल रही बयान बाजी के बीच हर रोज कुछ न कुछ नई प्रतिक्रियाएं सामने आ रही है। बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्र शेखर का कहना है की हमे मंदिर से ज्यादा स्कूल और अस्पतालों की जरुरत है। उन्होंने कहा की जब चोट लगेगी तो अस्पताल जाएंगे और अगर शिक्षा प्राप्त करनी है तो स्कूल जाएंगे मंदिर नहीं।
फ़तेह बहादुर सिंह ने शेयर किया पोस्टर
RJD के MLA फ़तेह बहादुर सिंह ने मंदिर के रास्ते को मेन्टल स्लेवरी का रास्ता बताया। दरअसल उन्होंने एक पोस्टर शेयर करते हुआ कहा की मंदिर का रास्ता मेन्टल स्लेवरी की तरफ जाता है वहीं दूसरी तरफ स्कूल का रास्ता रौशनी, और ज्ञान की तरफ ले जाता है।