सोशल मीडिया में चर्चित दृष्टि आईएएस के फाउंडर ने 3 छात्रों के मौत पर दुख जताया और बातें रखी।
उन्होंने कहा कि सभी लोगो को कोई ऐसा व्यक्ति चाहिए जिस पर वो आरोप लगा सके और क्रोध कर सके.
Written By: Prakhar Srivastava, National Khabar
देश की राजधानी दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर इलाके में बेसमेंट में चल रहे एक कोचिंग इंस्टिट्यूट में डूबने से 3 स्टूडेंट की मौत का मुद्दा गरमाया हुआ है। आक्रोशित छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं। दूसरी तरफ, ज्ञान देने वाले, यू-ट्यूब शॉर्ट्स और इंस्टा रील्स के तमाम सितारें ‘स्टार गुरुओं’ ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दिखायी । इतने गंभीर मुद्दे पर 48 घंटे से ज्यादा वक्त तक उनका कोई बयान तक नहीं आया। विकास दिव्यकीर्ति, अवध ओझा जैसे सिलेब्रिटी शिक्षक पहले तो इस मुद्दे पर पूरी तरह मौन रहे लेकिन जब उनकी चुप्पी पर सवाल उठने लगे तो स्टूडेंट्स की मौत पर बयान जारी किया और साथ में ये भी कह दिया कि उन्हें बेवजह निशाना बनाया जा रहा है। दृष्टि आईएएस के संस्थापक, विकास दिव्यकीर्ति को तो लगता है कि उन्हें हर कोई टारगेट कर रहा है।
मीडिया व्यूज के लिए टारगेट कर रहा है। प्रशासन बलि का बकरा बनाने के लिए टारगेट कर रहा है। समाज भी उन्हें टारगेट कर रहा है। प्रदर्शनकारी स्टूडेंट भी उन्हें टारगेट कर रहे हैं। खुद की हो रही आलोचना को वर्चुअल मॉब लिंचिंग का नाम दे रहे हैं। वैसे प्रशासन ने बेमसमेंट में चल रहे 20 से ज्यादा कोचिंग सेंटरों को सील किया है जिसमें एक सेंटर विकास दिव्यकीर्ति दृष्टि आईएएस कोचिंग का भी है.
विकास दिव्यकीर्ति ने बताया है कि ऐसे मामलों में उन्हें ही क्यों निशाना बनाया जाता है।यह प्रशासन के लिए चीजों को आसान बनाता है; उन्हें लगता है कि वे सुरक्षित हैं; एक व्यक्ति को भुगतने दो, और समाज को भी लगता है कि उन्हें आरोपी मिल गया है।’
दिव्यकीर्ति ने माना कि स्टूडेंट इस हादसे से भावनात्मक है।उनके गुस्से का कारण यह है कि मैं उनके साथ क्यों नहीं खड़ा हुआ।’ दिव्यकीर्ति ने कहा, ‘मुझे लगता है कि सारा गुस्सा मुझ पर है और मैं उनकी नाराज़गी को समझता हूं और मैं आभारी हूं कि उनका मानना था कि मुझे उनके साथ खड़ा होना चाहिए था।’
दिव्यकीर्ति ने मीडिया पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, ‘मीडिया और सोशल मीडिया नाराज हो गया क्योंकि चैनलों को टीआरपी चाहिए और मेरा नाम उन्हें आकर्षित करता है। मेरा नाम लिखकर और मेरे बारे में ग़लत बोल करके, उन्हें अधिक व्यूज मिलते हैं। इसलिए मेरा नाम सबसे ऊपर रहता है।’
उन्होंने कहा, ‘जब सोशल मीडिया ने मुझे पिछले तीन से चार वर्षों में प्रसिद्धि दिलाई, तो मुझे मुफ्त में प्रसिद्धि मिली। लेकिन अब, वही तर्क लागू होता है जब लोग मुझ पर अपना गुस्सा निकालते हैं।