“35 सालों” से थे डायबिटीज के शिकार इलाज के बाद पता चला नहीं थी डायबिटीज
रिपोर्ट :- प्रज्ञा झा
मधुमेह जिसे आम तौर पर डायबिटीज के नाम से जाना जाता है वो आज महामारी की तरह अपने पैर पसार रहा है। एक्सपर्ट्स के पास सिर्फ यही कहने को है की शुगर बढ़ी है और इंसुलिन नहीं बन रही इसलिए आपको इंसुलिन लेनी होगी नहीं तो कुछ गलत हो सकता है। ऐसे में पीड़ित मरीज क्या ही कर सकता है वो इंसुलिन लेनी शुरू कर देता है और सालों तक दवाइयां चलती हैं लेकिन ये सुन कर कितनी तकलीफ होगी की जिस बीमारी के लिए हम दवा , डॉक्टर और इंसुलिन के आस पास घूम रहे हैं वो बीमारी उन्हें है ही नहीं। एक ऐसी ही स्थिति हम आपको बताने जा रहे जहाँ एक मरीज जो पिछले 38 सालों से डायबिटीज की दवाइयां ले रही थी वो अब ठीक होने की कगार तक पहुँच चुकी हैं। हर चीज कर के देख लिया दवाइयां ले ली डॉक्टरों के पास चले गए लेकिन कोई सुधार नहीं था। उनका HBA1C 9 तक पहुंच चुका था।
मरीज के हस्बैंड कुछ समय पहले साइंटिस्ट डॉ एस कुमार से मुलाकात करने पहुंचे जहाँ उन्हें पता चला की उनकी पत्नी को डायबिटीज है ही नहीं वो बिना डायबिटीज के ही दवाओं का सेवन कर रहे हैं। ये उनके लिए एक चौकाने वाली बात थी। आपको इस पूरे मामले के बारे में जानकारी नीचे दिए हुए लिंक में मौजूदा है।
अब जानते हैं डॉ एस कुमार के बारे में
डॉ. एस कुमार Appropriate Diet Therapy Centre के संस्थापक हैं । डॉ. एस कुमार पीएचडी होल्डर होने के साथ साथ “डॉक्ट्रेट ऑफ लिटरेचर” की डिग्री रसियन यूनिवर्सिटी से प्राप्त कर चुके हैं साथ ही 3 बार गोल्ड मेडलिस्ट भी रहे हैं । डायबिटीज की दुनियां में शोध करने के लिए उन्हें फ्रांस की सीनेट में भारत गौरव अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है। इतना ही नहीं डॉ. एस कुमार को लंदन की 200 साल पुरानी पार्लियामेंट में डायबिटीज पर शोध के लिए बेस्ट साइंटिस्ट के अवार्ड से भी नवाजा गया है।
डॉ. एस कुमार अभी तक कई किताबें भी लिख चुके हैं, जिनमें से एक पुस्तक को राष्ट्रपति भवन के पुस्तकालय में स्थान भी दिया गया है। भारत में Appropriate Diet Therapy Centre की 56 से अधिक शाखाएं संचालित हैं यदि आप भी संपर्क करना चाहते हैं तो दिए गए नंबर कॉल करें : +91 937216648