यूपी के लिए देश- दुनिया से आए निवेश करने के प्रस्ताव, मुख्यमंत्री योगी ने तोड़े सारे रिकॉर्ड
Report: National Khabar
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 के जरिए उत्तर प्रदेश में निवेश लाने के वादे को पूरा कर दिखाया है। दरअसल योगी सरकार ने GIS के माध्यम से पहले 10 लाख करोड़ रुपए का निवेश का लक्ष्य रखा था लेकिन वैश्विक निवेशक महाकुंभ में देश-दुनिया के निवेशकों ने रिकार्ड 33.50 लाख करोड़ रुपये निवेश के प्रस्ताव दिए हैं।
गौर करने वाली बात यह है कि चाहे वाइब्रेंट गुजरात समिट रही हो या फिर पिछले माह मध्य प्रदेश में हुई ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट, कहीं भी इससे आधे के भी निवेश प्रस्ताव नहीं आ पाए।
10 से 12 फरवरी यानी 3 दिन तक चलने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का लखनऊ के डिफेंस एक्सपो ग्राउंड में आयोजन किया गया। इसमें 16 देश की 340 कंपनियां शामिल हुईं।
यूपी की अर्थव्यवस्था को एक ट्रिलियन डॉलर बनाने के संकल्प के मद्देनजर सरकार ने ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के आयोजन की जबरदस्त तैयारी की। मुख्यमंत्री ने खुद कमान संभालने के साथ ही मंत्री से लेकर अफसरों तक को समिट की सफलता के लिए देश-दुनिया में भेजा। इससे राज्य के प्रति निवेशकों का नजरिया बदला और देश-दुनिया के निवेशक प्रदेश में निवेश के प्रति उत्साह दिखाते हुए दौड़े चले आए।
समिट में बड़े उद्योगपति भी शामिल हुए। चलिए आपको बताते हैं कि उन्होंने यूपी को लेकर क्या कहा?
मुकेश अंबानी,चेयरमेन, रिलायंस इंडस्ट्रीज ने कहा कि यूपी में रिलायंस 75 हजार करोड़ का निवेश करेगी। रिलायंस प्रदेश में अक्षय ऊर्जा परियोजना के तहत 10 gw यानी गीगा-वाट की रिन्यूबल एनर्जी क्षमता को स्थापित करेगा। कंपनी यूपी में बायो-गैस एनर्जी में भी उतरेगी। प्रदेश के गांव और छोटे शहरों में जियो प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से दो पायलट प्रोजेक्ट्स जियो स्कूल और जीओ-एआई-डॉक्टर्स भी शुरु करेगी। 2023 के अंत तक यूपी के सभी शहरों में 5जी सर्विस पहुंचाई जाएगी।
कुमार मंगलम,अध्यक्ष, आदित्य बिड़ला ग्रुप ने कहा कि यूपी से हमारे 70 दशक पुराने संबंध हैं। यूपी में आदित्य बिड़ला ग्रुप के 7 से अधिक बिजनेस हैं। यहां मैं और 25 हजार करोड़ का निवेश करुंगा।
वहीं एन चंद्रशेखरन, अध्यक्ष, टाटा संस ने कहा कि हम ग्रामीण और शहरी विकास को बढ़ावा देंगे। टाटा संस प्रदेश के विकास में सहयोग देने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
एक समय यूपी बीमारू राज्य कहलाता था। हर कोई यूपी से अपनी उम्मीदें छोड़ चुका था, लेकिन आज प्रदेश अपनी नई पहचान बनाकर डंके की चोट पर खुद को बेहतर साबित किया है।