औरंगजेब ने 3 महीने जिस किले में रखा था कैद, इस बार वहीं पर मनाई जाएगी छत्रपति शिवाजी की जयंती
Report: National Khabar
छत्रपति शिवाजी महाराज की 393वीं जयंती ऐतिहासिक रहने वाली है। पहली बार ये जयंती आगरा किले के दीवान-ए-आम में मनाई जाएगी। महाराष्ट्र सरकार और कई सामाजिक संगठनों के सालों के प्रयासों के बाद यह संभव हुआ है। यूपी सरकार ने आगरा के किले में शिव जयंती समारोह की अनुमति दे दी है।
कई सामाजिक समूहों ने भी सरकार से आगरा के किले में दीवान-ए-आम में भव्य तरीके से कार्यक्रम मनाने के लिए अपील की थी। लेकिन इस अपील को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण यानी एएसआई ने खारिज कर दिया था, जो विरासत स्मारक की अब देखभाल करता है।
इसके बाद दिल्ली हाई कोर्ट के पास यह मामला गया। कोर्ट ने एएसआई को निर्देश दिया था कि यदि महाराष्ट्र सरकार सह-आयोजक के रूप में शामिल होती है, तो समारोह की अनुमति दे दी जाए। इसके बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने एएसआई और अन्य अधिकारियों को लिखकर दिया कि राज्य सरकार कुछ सामाजिक समूहों के साथ इस आयोजन से जुड़ेगी।
सितंबर 2020 में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने किले में मौजूदा मुगल संग्रहालय का नाम परिवर्तित कर छत्रपति शिवाजी महाराज संग्रहालय रखने का फैसला किया था।