नेहरु संग्राहलय का बदला नाम, कांग्रेस-बीजेपी में मचा घमासान
नेहरू स्मारक संग्रहालय और पुस्तकालय सोसाइटी का नाम अब प्रधानमंत्री संग्रहालय व पुस्तकालय सोसाइटी होगा। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में हुई विशेष बैठक में नाम बदलने का फैसला लिया गया।
नाम बदलने को लेकर भाजपा और कांग्रेस में घमासान शुरू हो गया है। राजनाथ सिंह इस सोसाइटी के उपाध्यक्ष हैं। कांग्रेस ने जहां इतिहास बदलने का आरोप लगाया है, वहीं भाजपा ने साफ कर दिया है कि सभी प्रधानमंत्रियों का समान सम्मान जरूरी है।
केंद्र सरकार की और से जारी आधिकारिक वक्तव्य में नाम बदलने की जरूरत बताते हुए कहा गया कि 21 अप्रैल, 2022 से तीन मूर्ति एस्टेट में सभी प्रधानमंत्रियों से जुड़ा संग्रहालय आम जनता के लिए खोला गया है। अब यह सिर्फ पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू तक सीमित नहीं है। प्रधानमंत्री संग्रहालय स्वतंत्र भारत में लोकतंत्र की सामूहिक यात्रा को दर्शाता है, जिसमें हरेक प्रधानमंत्री के राष्ट्र निर्माण में योगदान को दिखाया गया है।
यह संग्रहालय दिखाता है कि हमारे प्रधानमंत्रियों ने विभिन्न चुनौतियों के बीच से देश को निकालते हुए सर्वांगीण विकास को कैसे सुनिश्चित किया।
राजनाथ सिंह ने प्रधानमंत्री पद को एक संस्था बताते हुए कहा कि विभिन्न प्रधानमंत्रियों की यात्रा इंद्रधनुष के विभिन्न रंगों की तरह है जैसे इंद्रधनुष को सुंदर बनाने में उनमें सभी रंगों का आनुपातिक रूप से प्रतिनिधित्व जरूरी है, उसी तरह से सभी पूर्व प्रधानमंत्रियों को सम्मान देने के लिए संग्रहालय और पुस्तकालय को नया नाम दिया गया है। यह लोकतांत्रिक भी है।