भारत और अमेरिका का दोस्ताना , PM मोदी का अमेरिका दौरा चीन को क्यों खल रहा है ?
रिपोर्ट :- प्रज्ञा झा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 20 जून को अमेरिका के दौरे पर निकले हैं | बतौर प्रधानमंत्री ये उनका आठवीं बार दौरा है जो कई मायनों में अहम है, क्योंकि इस दौरे में कई सारी डील्स पर बात होने वाली है और सबसे बड़ी चुनौती भारत के लिए जो बताई जा रही है वो चीन की विस्तारवादी निति है इस पर भी चर्चा की जा सकती है | 19 जून को ग्लोबल टाइम्स की एक रिपोर्ट में नरेंद्र मोदी के अमेरिका दौरे को लेकर एक आर्टिकल लिखा गया जिसमें कहा गया की “अमेरिका भारत को एक रक्षण स्थान के तौर पर इस्तेमाल कर रहा हैं चीन के खिलाफ ” और साथ ही इस दौरे से “भारत को भी काफी फायदा होने वाला है “| प्रधानमंत्री के इस दौरे से चीन निश्चित तौर पे तकलीफ में नज़र आ रहा है चीन अपनी विस्तार वादी निति के लिए जाना जा रहा है और इसके चलते चीन भारत ही नहीं अमेरिका के लिए भी चीन एक बड़ी चुनौती के तौर पर उभर रहा है | इससे पहले चीन की घुसपैठ को देखते हुए क्वार्ड के सम्मलेन में भी चीन की बात पर गौर किया गया था | फ़िलहाल जो भी होगा वो जल्द ही नज़र भी आ जाएगा |
डिफेन्स डील्स पर होगी चर्चा
इस दौरे में डिफेन्स डील्स पर चर्चा भी की जाएगी जिस कारण भारत की आर्थिक व्यवस्था भी मजबूत हो सकती है
कई मुद्दे हैं जैसे कि:
1 -भारत में जीइ 414 इंजन का निर्माण :- भारत के लिए जीइ 414 इंजन बनना जरुरी है इससे तेजस मार्क 2 के लिए जिस इंजन कि जरुरत थी वो भी पूरी हो जाएगी और चीन का मुकाबला करने के लिए भारत को हर तरफ से ताकतवर होना जरुरी है |
2 Drone MQ predator का इम्पोर्ट:- ये बहुत ही ताकतवर ड्रोन है जिसका इस्तेमाल किसी ख़ुफ़िया जाँच के लिए किया जाता है और यही वो ड्रोन था जिसका उपयोग अलकाएदा चीफ जवाहरी को मरने में किया गया था |
3 M 777 howitzer:- ये एक तोप है जिसका इस्तेमाल भारत में काफी समय से क्या जा रहा है | अब इसको अपडेट करने कि जरुरत है इसके लिए बिडेन बड़ी भूमिका निभा सकते हैं |