राजीव चंद्रशेखर बोले- एआई के लिए तय होगा नो गो एरिया
रिपोर्ट: नेशनल ख़बर
इलेक्ट्रानिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआइ) मददगार होने के साथ-साथ यूजर्स के लिए हानिकारक भी साबित हो सकता है, इसलिए सरकार एआइ के लिए नौ गी एरिया तय करने जा रही है।
एक पाडकास्ट कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि आगामी मानसून सत्र में डिजिटल पर्सनल डाटा प्रोटेक्शन बिल सरकार संसद में पेश करने जा रही है। इस बिल के मंजूर होते ही डिजिटल पर्सनल डाटा को यूजर्स की परमिशन के बगैर देश से बाहर भी नहीं लेकर जा पाएगा और न इसका इस्तेमाल किया जा सकेगा।
उन्होंने कहा कि इस कानून की मदद से एआइ को नियंत्रित किया जा सकेगा। एआइ को नियंत्रित करने में मुख्य रूप से इस बात का ध्यान रखा जाएगा कि एआइ के इस्तेमाल से किसी यूजर को नुकसान नहीं हो। उन्होंने उदाहरण के तौर पर बताया कि एआइ की मदद से किसी व्यक्ति की छवि को नुकसान पहुंचने के लिए उसके चित्र को किसी भी तरह से दिखाया जा सकता है और वो चित्र बिल्कुल रियल दिखेगा।
इस प्रकार के नुकसान पहुंचाने की इजाजत नहीं दी जाएगी। चंद्रशेखर ने कहा कि भारत में 80 करोड़ से अधिक लोग इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं। इसलिए अमेरिका और यूरोप चाहते हैं कि एआइ का नियामक भारत विकसित करे।