मंगल ग्रह के सबसे ऊंचे ज्वालामुखी पर मिला 150000 टन पानी की बर्फ!
Written By: Nisha Chaudhary, National Khabar
वैज्ञानिकों ने मंगल ग्रह पर एक महत्वपूर्ण खोज की है! उन्होंने लाल ग्रह के सबसे ऊंचे ज्वालामुखियों के शिखर पर पानी के बर्फ का पता लगाया है। यह खोज इस धारणा को चुनौती देता है कि मंगल ग्रह के भूमध्य रेखा पर पानी का होना असंभव है।
अनुमानित रूप से यह बर्फ केवल एक बाल की चौड़ाई जितनी पतली है, लेकिन ठंडे मौसम में इसका दायरा बहुत बड़ा होता है। वैज्ञानिकों का कहना है कि हर रोज़ ठंडे मौसम में ज्वालामुखियों की चोटियों पर करीब 150,000 टन पानी जम जाता है, जो सूर्य की रोशनी पड़ने पर वाष्पित हो जाता है। यह मात्रा लगभग 60 ओलंपिक स्विमिंग पूलों के बराबर है।
यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ISA) के अनुसार, ट्रेस गैस ऑर्बिटर यान (TGO), जो 2018 से मंगल ग्रह की परिक्रमा कर रहा है, ने सूर्य की किरणों के ज्वालामुखियों के शिखर पर पड़ने के समय यह तस्वीरें लीं।
यह बर्फ ज्वालामुखीय शिखरों के गहरे कैल्डेरों (विशाल गड्डों) के अंदर एक खास तरह का वातावरण बनाती है, जिससे यहां इतनी ठंड पड़ती है कि बर्फ जम पाती है। माना जा रहा है कि भविष्य में मंगल ग्रह पर जाने वाले मानव अभियानों के लिए यह जमी हुई बर्फ काफी मददगार हो सकती है।