स्वास्थ्य

बारिश के मौसम में फंगल इन्फेक्शन से बचना है तो अपनाएं ये टिप्स

भीषण गर्मी के बाद बरसात ने लोगों को बड़ी राहत दी है, लेकिन मानसून अपने साथ कई तरह की दिक्कतें भी ले आता है। खासकर इस मौसम में फंगल इन्फेक्शन का खतरा काफी बढ़ जाता है, जो अक्सर नमी और पसीने की वजह से होता है। ऐसे में इससे बचने के लिए डॉक्टर की बताई हुई सलाह जरूर अपनानी चाहिए।

Written by Himanshi Prakash, National Khabar

झुलसा देने वाली गर्मी के बाद आखिरकार मानसून ने दस्तक दे दी है और देश के कई हिस्सों में झमाझम बारिश हो रही है। बरसात जहां एक तरफ गर्मी से राहत और सुहाना मौसम लेकर आती है, वहीं दूसरी ओर कई तरह की परेशानियां भी साथ लाती है। इन्हीं में से एक है फंगल इन्फेक्शन, जो मानसून के दौरान बेहद आम हो जाता है और कई लोगों के लिए बड़ी समस्या बन सकता है।

बारिश और हरियाली के बीच का यह मौसम फंगस के पनपने के लिए आदर्श माहौल तैयार करता है। गर्म, नम और पसीने से भीगी त्वचा, जो बरसात में आम है, फंगस को तेजी से बढ़ने में मदद करती है। खासतौर पर यह संक्रमण स्किन, नाखूनों और पैरों पर ज्यादा असर डालता है।

तो आखिर क्यों होता है यह फंगल इन्फेक्शन और कैसे करें इससे बचाव?
मानसून में फंगल इन्फेक्शन क्यों बढ़ जाता है?
डॉक्टर के मुताबिक, फंगल संक्रमण अक्सर कैंडिडा और डर्मेटोफाइट्स जैसे फंगस की वजह से होता है, जो नमी वाले हिस्सों में तेजी से फैलते हैं। ज्यादा पसीना आना, गीले जूते पहनना या बहुत टाइट कपड़े पहनने से एथलीट फुट, दाद (टिनिया) और त्वचा की सिलवटों में फंगल रैश जैसी समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है।

इन लक्षणों को न करें नजरअंदाज

  • लाल, खुजलीदार, परतदार या फटी हुई त्वचा
  • पैरों या हाथों के नाखूनों का रंग बदलना या मोटा होना
  • बीच में साफ और किनारों पर उभरे हुए गोल चकत्ते
  • बगल, कमर या स्तनों के नीचे लगातार खुजली रहना

मानसून में फंगल इन्फेक्शन से बचने के टिप्स
→ नहाने के बाद खासतौर पर पैरों की उंगलियों और शरीर के मोड़ों को अच्छी तरह सुखा लें।
→ पसीने से बचने के लिए ढीले और सूती कपड़े पहनें।
→ लंबे समय तक गीले कपड़े, मोजे या जूते न पहनें।
→ दिन में दो बार नहाएं, खासकर जिम या आउटडोर एक्टिविटी के बाद।
→नमी वाले हिस्सों पर एंटी-फंगल पाउडर का इस्तेमाल करें, जैसे पैरों, बगल या कमर पर।
→ तौलिया, मोजे, जूते और रेज़र जैसी चीजें किसी के साथ शेयर न करें।
→ नाखून छोटे और साफ रखें, क्योंकि लंबे नाखूनों में फंगस जल्दी पनपता है।
→डायबिटीज के मरीजों को अतिरिक्त सावधानी बरतनी चाहिए, क्योंकि उनमें संक्रमण का खतरा ज्यादा होता है।
→ बिना डॉक्टर की सलाह के कोई भी क्रीम न लगाएं। इनमें मौजूद स्टेरॉयड या अन्य तत्व इन्फेक्शन को और बिगाड़ सकते हैं।

कब लें डॉक्टर की मदद?
अगर खुजली लगातार बनी रहे, दाने फैलने लगें, या त्वचा का रंग बिगड़ता दिखे और घरेलू उपाय कारगर न हों, तो तुरंत त्वचा रोग विशेषज्ञ से सलाह लें। सही समय पर इलाज कराने से संक्रमण गंभीर होने या बार-बार होने से बच सकता है।

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