अयोध्या से चुनाव लड़ेंगे योगी आदित्यनाथ, जानिए कितनी तैयार है बीजेपी ?
रिपोर्ट- भारती बघेल
कई दिनों से चली रही तमाम अटकलों को विराम देते हुए भाजपा नेतृत्व ने तय कर लिया है कि उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अयोध्या से विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। दिल्ली में स्थित पार्टी के केंद्रीय कार्यालय में दो दिन तक चली मैराथन बैठक में इस पर सहमति बन चुकी है। अब केंद्रीय चुनाव समिति की जो बैठक होगी उसके बाद की औपचारिक घोषणा होना बाकी है।
भाजपा ने संघर्षपूर्ण नजर आ रहे इस चुनाव में निर्माणाधीन राम मंदिर और योगी के सहारे हिंदुत्व का रंग गाढ़ा कर उप्र भर में भगवा लहर चलाने की तैयारी कर ली है। बता दें, गोरखपुर से पांच बार सांसद रहे सीएम योगी पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। 2017 में जब भाजपा की प्रचंड बहुमत से जीत हुई, तब वह मुख्यमंत्री का चेहरा नहीं थे। पार्टी ने उन्हें मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठाने के बाद विधान परिषद सदस्य के रुप में सदन भेजा। इस बार चुनाव उन्हीं के चेहरे पर लड़ा जा रहा है।
विधानसभा चुनाव के प्रत्याशी तय करने के लिए भाजपा प्रदेश और केंद्रीय नेतृत्व की बैठक दो दिन से दिल्ली में चल रही है। पार्टी के रणनीतिकार कहे जाने वाले केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय महामंत्री संगठन सुनील बंसल ने एक- एक सीट और दावेदारों के नाम पर चर्चा की। मंगलवार को तीन चरणों मं शामिल 170 सीटों पर चर्चा की गई, वहीं बुधवार को जो बड़े नेता हैं उनको चुनाव लड़ाने की रणनीति पर भी मंथन हुआ।
सूत्रों की मानें तो सीएम योगी अयोध्या से चुनाव लड़ेंगे। इसके साथ ही अन्य बड़े नेताओं की सीटों पर भी सहमति बन गई है। संभावना है कि गुरुवार को प्रस्तावित केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में इस निर्णय पर अंतिम मुहर लगेगी। इसके बाद योगी की सीट सहित अन्य प्रत्याशियों की ओर से घोषणा की जाएगी।
रणनीतिक तर्क दिया जा रहा था कि योगी मथुरासे लड़ेंगे तो चुनौतीपूर्ण माने जा रहे पश्चिमी उत्तर प्रदेश में वह सीधा असर डाल सकेंगे। मगर, अब जिस तरह से मुख्यमंत्री को अयोध्या से लड़ाए जाने का निर्णय हुआ है, उससे भी भाजपा ने अपनी रणनीति का स्पष्ट संकेत दे दिया है। दरअसल,रामजन्मभूमि पर मंदिर निर्माण के साथ ही योगी सरकार अयोध्या के चहुंमुखी विकास में जुट गई। वहां अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा निर्माण सहित कई विकास परियोजनाएं चल रही हैं। वहां से हिंदुत्व के साथ ही विकास के माडल का भी उदाहरण योगी सरकार प्रस्तुत कर सकेंगे।
पिछले दिनों योगी आदित्यनाथ ने दो टूक कहा कि यह चुनाव 80 बनाम 20 प्रतिशत का है। इसका मतलब 80 प्रतिशत हिंदू बनाम 20 प्रतिशत मुस्लिम। देशभर में प्रखर हिंदूवादी नेता के रुप में भाजपा के स्टार प्रचारक बनकर जाने वाले योगी ही नहीं, पार्टी के लगभग सभी नेता चुनाव प्रचार में न सिर्फ अपनी सरकार के कार्यकाल में राम मंदिर निर्माण की बात कहते हैं, बल्कि अयोध्या से कारसेवकों पर तत्कालीन सपा सरकार द्वारा चलवाई गई गोलियों की याद भी दिलाते हैं।अब अवधपुरी से योगी के चुनाव मैदान में उतरने के कारण राम मंदिर प्रदेशभर के लिए चुनाव के केंद्र में आ सकता है।