एडिटोरियल

पंजाब चुनाव में सुरक्षा है सबसे अहम मुद्दा

रिपोर्ट- भारती बघेल

पंजाब के आगामी विधानसभा चुनावों में भाजपा, पंजाब लोक कांग्रेस और शिरोमणि अकाली दल के बीच सीटों का बंटवारा हो गया है। इसका एलान करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ- साथ पंजाब लोक कांग्रेस के अमरिंदर सिंह और शिरोमणि अकाली दल के सुखदेव सिंह ढ़ींढसा ने साफ कर दिया कि चुनाव में सुरक्षा उनका सबसे अहम मुद्दा होगा।

प्रदेश में पहली बार भाजपा तीन गुना बढ़ोतरी के साथ लगभग 65 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। वहीं, पंजाब लोक कांग्रेस 37 और शिरोमणि अकाली दल 15 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। भाजपा अध्यक्ष नड्डा ने कहा कि जरुरत पड़ने पर इस सीट बंटवारे में थोड़ा- बहुत परिवर्तन हो सकता है। उन्होंने पाकिस्तान के साथ 600 किमी लंबी सीमा और सीमा पार से हथियारों व ड्रग्स की सप्लाई का हवाला देते हुए कहा कि पंजाब की सुरक्षा के साथ देश की सुरक्षा भी जुड़ी हुई है।

उनका गठबंधन सिर्फ सत्ता परिवर्तन के उद्देश्य से चुनावी मैदान में नहीं उतर रहा है, बल्कि असली उद्देश्य पंजाब में स्थायित्व लाकर देश की आगामी पीढ़ियों को सुरक्षित करना है। उन्होंने कहा, देश की सुरक्षा के लिए पंजाब में मजबूत सरकार की जरुरत है और राजग की सरकार आतंकवाद के खिलाफ जीरो टालरेंस की नीति पर चलेगी।

अमरिंदर सिंह ने तीनों पार्टियों के घोषणा पत्र के आधार पर न्यूनतम साझा कार्यक्रम बनाए जाने का भी संकेत दिया। साथ ही मुख्यमंत्री के रुप में अपने अनुभवों के आधार पर बताया कि पाकिस्तान किस तरह से पंजाब को अस्थिर करने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने अपने कार्यकाल में पाकिस्तान से आने के बाद पंजाब में जब्त किए गए अत्याधुनिक हथियारों और ड्रग्स का भी ब्यौरा दिया।

नड्डा समेत तीनों नेताओं ने पंजाब में माफिया राज खत्म करने का भी एलान किया। उनके अनुसार आर्थिक रुप से पंजाब की हालत बदतर होती जा रही है। उन्होंने कहा कि लैंड, सैंड व ड्रग्स माफिया पंजाब को खोखला करने का काम कर रहे हैं। और हमारी सरकार पंजाब की जनता को इनसे मुक्ति दिलाएगी। आर्थिक रुप से पिछड़ रहे पंजाब को विकास के रास्ते पर दोबारा लोने के लिए डबल इंजन की सरकार की जरुरत बताते हुए जेपी नड्डा ने कहा कि केंद्र और राज्य दोनों जगहों पर राजग की सरकार से ही ये संभव हो सकेगा।

जेपी नड्डा ने पंजाब के प्रति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विशेष लगाव और राज्य के लिए उठाए गए कदमों के बारे में भी बताया। इस सिलसिले में उन्होंने चार साहिबजादों की शहादत की स्मृति में 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस घोषित करने, श्री हरिमंदिर साहिब को विदेशी चंदा हासिल करने के लिए एफसीआरए मंजूरी देने, गुरुद्वारों में चलने वाले लंगर को वस्तु एंव सेवा कर से मुक्त करने, करतारपुर कोरिडोर बनाने, जलियांवाला बाग के जीर्णोद्वार किए जाने और धूमधान से श्री गुरु गोबिंद सिंह का 350वां प्रकाशवर्ष बनाने का हवाला दिया

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