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सावन सोमवार 2025: पहली बार रख रहे हैं सावन सोमवार का व्रत? जानें सही नियम और विधि

सावन में सोमवार का व्रत विशेष महत्व रखता है। माना जाता है कि इस व्रत को पूरी श्रद्धा और सही विधि-विधान से करने पर ही इसका पूरा फल मिलता है। अगर आप पहली बार सावन सोमवार का व्रत रखने जा रहे हैं, तो पहले इसके नियम और विधि जान लेना जरूरी है। यहाँ जानें, इस व्रत के लिए किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।

धर्म डेस्क | National Khabar

सावन का पवित्र महीना, जो भगवान भोलेनाथ को अत्यंत प्रिय है, इस वर्ष 11 जुलाई, शुक्रवार से शुरू हो रहा है। यह माह शिवभक्तों के लिए बेहद खास होता है। यदि आप इस बार पहली बार सावन सोमवार का व्रत रखने जा रहे हैं, तो कुछ नियमों का पालन करना बेहद ज़रूरी है ताकि व्रत का पूर्ण फल प्राप्त हो सके।

यहाँ जानिए सावन सोमवार व्रत के सही नियम और विधि —

  1. व्रत का संकल्प लेना
    व्रत की शुरुआत से पहले स्नान कर साफ वस्त्र पहनें और पूजा स्थल पर बैठकर भगवान शिव का स्मरण करते हुए मन में व्रत का संकल्प लें। अपने दिन की शुरुआत ॐ नमः शिवाय का जाप करके करें और व्रत के नियमों का पालन करने का प्रण लें।
  2. साफ-सफाई का ध्यान रखें
    जिस दिन व्रत करें, उस दिन घर और पूजा स्थान को अच्छे से साफ-सुथरा रखें। भगवान की मूर्तियों को भी साफ करें और पूजा के लिए शुद्ध वातावरण बनाएँ।
  3. मन की शुद्धता
    सावन सोमवार का व्रत करते समय केवल तन ही नहीं, मन को भी शुद्ध रखना ज़रूरी है। किसी से झगड़ा या कटु वचन न बोलें। झूठ बोलने से बचें और मांस-मदिरा का सेवन न करें। मन में श्रद्धा और भक्ति बनाए रखें।
  4. फलाहार करें
    व्रत के दिन अनाज और नमक से परहेज़ करें। फल, दूध, पानी का सेवन करें। कुछ लोग निर्जल व्रत रखते हैं या केवल एक समय फलाहार करते हैं। अपनी क्षमता और स्वास्थ्य के अनुसार नियम तय करें।
  5. पूजन विधि
    व्रत के दिन सुबह या शाम किसी भी समय भगवान शिव का पूजन करें। शिवलिंग को गंगाजल से स्नान कराएँ। फिर पंचामृत (दूध, दही, घी, शहद, शक्कर) से अभिषेक करें। बेलपत्र, धतूरा, आक, अक्षत, भस्म, चंदन और फूल अर्पित करें। ॐ नमः शिवाय या महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें।
  6. व्रत कथा का पाठ
    सावन सोमवार के व्रत का पूर्ण फल पाने के लिए व्रत कथा सुनना या पढ़ना आवश्यक होता है। इससे व्रत की पूजा विधि पूर्ण मानी जाती है।

इस खबर में दी गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं और परंपराओं पर आधारित है। नेशनल ख़बर इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं करता।

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