कोलन कैंसर के शुरुआती लक्षण: जिन्हें नज़रअंदाज करना पड़ सकता है भारी

अगर कोलन कैंसर का समय रहते पता चल जाए तो इसके इलाज की सफलता की संभावना काफी बढ़ जाती है। लेकिन इसके शुरुआती लक्षण अक्सर सामान्य पेट की समस्याओं जैसे लगते हैं, जिसकी वजह से लोग इन्हें अनदेखा कर देते हैं। आइए जानते हैं कोलन कैंसर के शुरुआती लक्षण क्या होते हैं।
Written by Himanshi Prakash, National Prakash
कोलन कैंसर बड़ी आंत में होने वाला एक गंभीर रोग है, जिसका समय रहते पता चल जाए तो इलाज के सफल होने की संभावना बढ़ जाती है। लेकिन अक्सर लोग इसके शुरुआती लक्षणों को सामान्य पेट की समस्या समझकर अनदेखा कर देते हैं, जिससे बीमारी आगे बढ़ जाती है।
अक्सर यह माना जाता है कि कोलन कैंसर सिर्फ बुजुर्गों को होता है, लेकिन हकीकत यह है कि यह किसी भी उम्र के व्यक्ति को प्रभावित कर सकता है। खराब जीवनशैली और गलत खानपान की वजह से अब युवाओं में भी इसके मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसे में जरूरी है कि इसके शुरुआती लक्षणों को पहचाना जाए और नजरअंदाज न किया जाए।
अक्सर होने वाला डायरिया या कब्ज
डायरिया और कब्ज अक्सर गलत खानपान या किसी संक्रमण के कारण होते हैं, लेकिन जब ये समस्याएं लंबे समय तक बनी रहें, तो इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। ऐसी स्थिति कोलन कैंसर का संकेत भी हो सकती है। आंत में ट्यूमर बनने से मल त्याग की प्रक्रिया बाधित हो जाती है, जिससे कभी दस्त तो कभी कब्ज की परेशानी हो सकती है।
कोलन कैंसर के शुरुआती लक्षण जिन्हें नज़रअंदाज न करें
मल में खून या रेक्ल ब्लीडिंग
मल के साथ रक्तस्राव कोलोरेक्टल कैंसर का एक प्रमुख चेतावनी संकेत हो सकता है। अक्सर लोग इस लक्षण को बवासीर समझकर नज़रअंदाज़ कर देते हैं, परंतु यदि यह समस्या बार-बार हो रही हो तो तत्काल चिकित्सकीय परामर्श लेना आवश्यक है। कोलन कैंसर के कारण आंतों की दीवार पर अल्सर या कैंसरयुक्त वृद्धि (ट्यूमर) विकसित हो सकती है, जिससे यह रक्तस्राव होता है।
पेट में दर्द या गैस की समस्या
अगर पेट में लगातार बिना किसी वजह के दर्द, ऐंठन या गैस की समस्या हो रही हो, तो इसे हल्के में न लें। यह कोलन कैंसर का संकेत भी हो सकता है। आंतों में ट्यूमर बनने से रुकावट पैदा हो सकती है, जिससे पेट में सूजन और असहज दर्द महसूस हो सकता है।
लगातार थकान और कमजोरी
कोलन कैंसर में धीरे-धीरे खून की कमी हो सकती है, क्योंकि ट्यूमर से लगातार खून निकलता रहता है। इससे शरीर कमजोर हो जाता है और व्यक्ति को लगातार थकान, चक्कर या कमजोरी महसूस हो सकती है। अगर आराम के बाद भी थकान बनी रहे तो डॉक्टर को दिखाएं।
अचानक वजन कम होना
बिना डाइट या एक्सरसाइज में बदलाव किए अचानक वजन तेजी से घटने लगे तो यह कोलन कैंसर का संकेत हो सकता है। कैंसर सेल्स शरीर की ऊर्जा का ज्यादा इस्तेमाल करने लगती हैं, जिससे वजन घटने लगता है।
पेट भरा-भरा महसूस होना
कुछ लोगों को बार-बार यह महसूस होता है कि उनका पेट पूरी तरह खाली नहीं हुआ, चाहे वे मल त्याग चुके हों। यह भी कोलन कैंसर का लक्षण हो सकता है, क्योंकि ट्यूमर आंतों में रुकावट पैदा कर सकता है।
Disclaimer: यह लेख केवल सामान्य जानकारी प्रदान करने के उद्देश्य से लिखा गया है। स्वास्थ्य संबंधी किसी भी समस्या या उपचार से पहले कृपया अपने चिकित्सक या योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से सलाह अवश्य लें। नेशनल खबर इस जानकारी की पूर्ण सत्यता, सटीकता या प्रभाव के लिए कोई जिम्मेदारी नहीं लेता है।