Fatty Liver को रिवर्स करने में मददगार हैं ये 6 फूड्स, डाइट में जरूर करें शामिल
फैटी लिवर के मामले आजकल युवाओं में तेजी से बढ़ रहे हैं।

Fatty Liver के मामले आजकल युवाओं में तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसे में जरूरी है कि खानपान में सही बदलाव किए जाएं, जो इस समस्या को ठीक करने में सहायक हों। कुछ खास खाद्य पदार्थ ऐसे हैं जो फैटी लिवर को रिवर्स करने में मदद कर सकते हैं। आइए जानते हैं कि फैटी लिवर से पीड़ित लोगों को अपनी डाइट में किन फूड्स को जरूर शामिल करना चाहिए।
Written by Himanshi Prakash, National Khabar
फैटी लिवर (Fatty Liver) एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है, जिसमें लिवर की कोशिकाओं में अत्यधिक चर्बी जमा होने लगती है। खराब डाइट और अस्वस्थ जीवनशैली के कारण यह समस्या तेजी से बढ़ रही है। यदि इसका समय रहते इलाज न किया जाए, तो यह स्थिति आगे चलकर लिवर सिरोसिस जैसी गंभीर बीमारी का रूप ले सकती है।
फैटी लिवर को ठीक करने के लिए सबसे जरूरी कदम है सही डाइट अपनाना। आइए जानते हैं कि फैटी लिवर को रिवर्स करने में मदद करने वाले कौन-से फूड्स (Foods to Reverse Fatty Liver) हैं, जिन्हें डाइट में शामिल करना लाभदायक हो सकता है।
कॉफी केवल ऊर्जा बढ़ाने का काम नहीं करती, बल्कि यह लिवर के स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद मानी जाती है। नियमित रूप से कॉफी पीने से लिवर में जमा अतिरिक्त फैट कम हो सकता है और लिवर एंजाइम्स का स्तर बेहतर होता है।इसमें मौजूद क्लोरोजेनिक एसिड लिवर की सूजन को कम करने और इंसुलिन संवेदनशीलता बढ़ाने में सहायक होता है। परंतु ध्यान रहे – कॉफी का सेवन संतुलित मात्रा में ही करना चाहिए, दिनभर में 1-2 कप से अधिक नहीं।
पालक, मेथी, सरसों का साग और केल जैसी हरी पत्तेदार सब्जियां पोषक तत्वों, एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन और मिनरल्स का बेहतरीन स्रोत होती हैं। ये सब्जियां लिवर से हानिकारक विषैले पदार्थ (टॉक्सिन्स) को बाहर निकालने में मदद करती हैं और फैटी लिवर की समस्या को ठीक करने में सहायक साबित होती हैं। इनमें मौजूद ग्लूटाथियोन नामक एंटीऑक्सीडेंट लिवर को नुकसान से बचाने का काम करता है।
ओट्स फाइबर का एक बेहतरीन स्रोत है, जो लिवर की सेहत के लिए बेहद लाभकारी माना जाता है। इसमें मौजूद बीटा-ग्लूकन लिवर में चर्बी जमा होने से रोकता है और इंसुलिन सेंसिटिविटी को बढ़ाने में मदद करता है। रोजाना ओट्स का सेवन वजन को नियंत्रित रखने में सहायक होता है, जो नॉन-अल्कोहोलिक फैटी लिवर डिजीज (NAFLD) से पीड़ित लोगों के लिए बेहद जरूरी है।
अखरोट ओमेगा-3 फैटी एसिड और ग्लूटाथियोन से भरपूर होता है, जो लिवर की सूजन को कम करने और फैटी लिवर को सुधारने में मदद करता है। रोजाना 4-5 अखरोट का सेवन लिवर फंक्शन को बेहतर बना सकता है। हालांकि, ध्यान रखें कि अखरोट में कैलोरी अधिक होती है, इसलिए इनका सेवन सीमित मात्रा में ही करें।
लहसुन में एलिसिन और सेलेनियम जैसे शक्तिशाली तत्व पाए जाते हैं, जो लिवर को डिटॉक्स करने में सहायक होते हैं। यह लिवर एंजाइम्स को सक्रिय करता है और शरीर से हानिकारक विषाक्त पदार्थों (टॉक्सिन्स) को बाहर निकालने में मदद करता है। सुबह खाली पेट कच्चा लहसुन खाना फैटी लिवर की समस्या को कम करने के लिए विशेष रूप से लाभकारी माना जाता है।
ग्रीन टी में मौजूद कैटेचिन्स एक प्रकार के शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो लिवर में चर्बी जमने से रोकते हैं। रोजाना 1-2 कप ग्रीन टी पीने से लिवर की कार्यक्षमता बेहतर होती है और फैट बर्निंग की प्रक्रिया तेज होती है।