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अमरनाथ यात्रा: अमर कथा सुनाने से पहले भगवान शिव ने क्यों किया नंदी और नाग का त्याग?

अमरनाथ यात्रा के मार्ग में कई पवित्र स्थल पड़ते हैं, जहां भगवान शिव ने अपने अनेक प्रतीकों का त्याग किया था। आखिर उन्होंने ऐसा क्यों किया? आज हम आपको इसी रहस्य के बारे में बताएंगे।

धर्म डेस्क | National Khabar

अमरनाथ यात्रा: क्यों भगवान शिव ने माता पार्वती को अमर कथा सुनाने से पहले छोड़े अपने प्रतीक?

अमरनाथ यात्रा इस वर्ष 3 जुलाई से शुरू हो चुकी है। हर साल लाखों श्रद्धालु बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए कठिन यात्रा करते हैं। इस यात्रा के मार्ग में कई ऐसे पवित्र स्थल आते हैं, जिनका संबंध भगवान शिव की अमर कथा से जुड़ा है। कहा जाता है कि अमरनाथ गुफा में माता पार्वती को अमर कथा सुनाने से पहले भगवान शिव ने अपने कई प्रतीकों — नंदी, नाग, गंगा, चंद्रमा और गणेश जी — का त्याग कर दिया था। आखिर उन्होंने ऐसा क्यों किया? और जिन स्थानों पर ये प्रतीक छोड़े गए, वे स्थान कौन से हैं? आइए जानते हैं।

शिवजी ने क्यों छोड़े अपने प्रतीक?

शिवपुराण के अनुसार, जब भगवान शिव माता पार्वती को अमर कथा सुनाने के लिए अमरनाथ की गुफा की ओर निकले, तो उन्होंने रास्ते में अलग-अलग जगहों पर अपने प्रतीकों को छोड़ दिया। इसका कारण था कि वे नहीं चाहते थे कि इस गुप्त और दिव्य कथा को माता पार्वती के अलावा कोई और सुने। इसी वजह से उन्होंने अपने साथ आए सभी प्रतीकों और गणों का त्याग कर दिया।

अमरनाथ यात्रा के दौरान किन-किन स्थानों पर छोड़े प्रतीक?

  1. पहलगाम — यहाँ भगवान शिव ने सबसे पहले अपने वाहन नंदी का त्याग किया।
  2. चंदनवाड़ी — यहाँ उन्होंने अपने मस्तक पर विराजमान चंद्रमा को त्यागा।
  3. शेषनाग — यहाँ भगवान शिव ने वासुकी नाग का परित्याग किया।
  4. पंचतरणी — यहाँ अपनी जटाओं से गंगाजी को मुक्त किया।
  5. महागुण पर्वत — कुछ मान्यताओं के अनुसार, यहाँ भगवान शिव ने गणेश जी को छोड़कर उन्हें यह जिम्मा सौंपा कि कोई भी अमर कथा पूरी होने से पहले गुफा में प्रवेश न करे।

अमरनाथ यात्रा के दौरान श्रद्धालु इन पवित्र स्थलों के दर्शन करते हैं और यहां की आध्यात्मिक ऊर्जा से आत्मिक शांति का अनुभव करते हैं। भगवान शिव द्वारा त्याग किए गए ये प्रतीक स्थान आज भी उनकी लीला के साक्षी बने हुए हैं और हर भक्त के मन में भक्ति और श्रद्धा का संचार करते हैं।

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है। नेशनल ख़बर इसकी पुष्टि नहीं करता है।

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