मंगलवार व्रत कैसे करें? जानें व्रत की विधि, पूजा का तरीका और चमत्कारी फायदे

मंगलवार का व्रत हनुमान जी को प्रसन्न करने और मंगल दोष दूर करने के लिए रखा जाता है। हनुमान चालीसा और बजरंग बाण का पाठ कर पूजा करनी चाहिए, जिससे सफलता और ऊर्जा मिलती है।
धर्म डेस्क | National Khabar
मंगलवार व्रत और हनुमान पूजा: विधि, कथा और चमत्कारी फायदे
मंगलवार का दिन हनुमान जी को विशेष रूप से समर्पित होता है। इस दिन भक्त श्रद्धा के साथ व्रत रखते हैं और पूजा-अर्चना करके बजरंगबली की कृपा प्राप्त करने का प्रयास करते हैं। मान्यता है कि मंगलवार का व्रत रखने से जीवन के सारे संकट दूर हो जाते हैं और शत्रुओं पर विजय प्राप्त होती है। ज्योतिषाचार्य अंशुल त्रिपाठी के अनुसार, मंगलवार को व्रत रखने और हनुमान जी की पूजा करने से न केवल मंगल दोष शांत होता है, बल्कि बल, बुद्धि, विद्या और स्वास्थ्य भी प्राप्त होता है। साथ ही यह व्रत घर में सुख-शांति और प्रेम बनाए रखने में भी सहायक है। हनुमान जी को कलियुग का जाग्रत देवता माना जाता है और कहा जाता है कि सच्चे मन से की गई प्रार्थना वे जल्दी सुन लेते हैं। यह व्रत स्त्री और पुरुष दोनों रख सकते हैं और यह विवाह, नौकरी और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के निवारण में भी बहुत उपयोगी माना गया है।
मंगलवार व्रत की विधि:
मंगलवार व्रत करने के लिए सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि से निवृत्त हो जाएं और लाल वस्त्र धारण करें। घर के मंदिर को साफ करके हनुमान जी की मूर्ति या तस्वीर स्थापित करें। फिर विधिपूर्वक पूजा करें:
हनुमान जी को लाल फूल, चोला, सिंदूर, चमेली का तेल, गुड़ और चने का भोग अर्पित करें।
घी का दीपक और लाल अगरबत्ती जलाएं।
हनुमान चालीसा का कम से कम सात बार पाठ करें और बजरंग बाण भी पढ़ें।
अंत में आरती करके अपनी मनोकामना कहें।
व्रत में दिनभर फलाहार करें या एक समय सात्विक भोजन लें। प्याज-लहसुन और मांसाहार से पूरी तरह परहेज रखें।
शाम को भी दीपक जलाकर हनुमान चालीसा का पाठ करें।
मंगलवार व्रत की प्रमुख कथाएं:
पहली कथा:
एक नगर में रहने वाले ब्राह्मण दंपत्ति के कोई संतान नहीं थी। ब्राह्मण हर मंगलवार वन में जाकर हनुमान जी से पुत्र की प्रार्थना करता और उसकी पत्नी भी श्रद्धा से मंगलवार का व्रत रखती। एक बार वह व्रत के दिन भोग नहीं चढ़ा पाई और प्रण किया कि अगले मंगलवार को ही भोजन करेगी। छह दिन उपवास करने के बाद वह बेहोश हो गई। उसकी श्रद्धा देखकर हनुमान जी प्रकट हुए और उसे एक पुत्र का आशीर्वाद दिया। बाद में उसे एक सुंदर पुत्र मिला, जिसका नाम ‘मंगल’ रखा गया।
दूसरी कथा:
एक ब्राह्मण अपनी पत्नी के झगड़ालू स्वभाव से दुखी होकर जंगल चला गया, जहां एक साधु ने उसे मंगलवार का व्रत करने की सलाह दी। व्रत करने के बाद उसके घर की सभी समस्याएं खत्म हो गईं और पत्नी का स्वभाव भी बदल गया। तभी से मंगलवार व्रत की परंपरा चल पड़ी।
मंगलवार व्रत और हनुमान पूजा के फायदे:
भय, रोग और शत्रुओं से रक्षा होती है।
जीवन में नई ऊर्जा और आत्मविश्वास आता है।
मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
विवाह में आ रही अड़चनें दूर होती हैं।
परिवार में सुख-शांति और संतोष बढ़ता है।
मंगल दोष और कुंडली के अन्य दोष शांत होते हैं।
इस खबर में दी गई जानकारियाँ धार्मिक मान्यताओं और परंपराओं पर आधारित हैं। नेशनल ख़बर इनकी पुष्टि नहीं करता।