क्या आप भी बिना डायबिटीज के ले रहे हैं इंसुलिन ?
रिपोर्ट: – प्रज्ञा झा, संवाददाता नेशनल ख़बर
ये बात आपको शायद अचम्भित करे की मधुमेह जिसे आप एक बीमारी समझते है वो बीमारी नहीं बल्कि एक मेटाबॉलिक डिसऑर्डर है। अधिकतर लोगों को लगता है की ये डिसऑर्डर कभी ठीक नहीं हो सकती लेकिन ऐसा भी नहीं है ये आपकी जीवनशैली को शुद्धारकर ठीक की जा सकती है। अभी तक देश में हर साल 80 लाख मरीज भारत में पाए जा रहे हैं और ये भी रिपोर्ट सामने आई है की 2045 तक ये संख्या 135 मिलियन तक भी पहुँच सकती है। ऐसे में कोई भी एक्सपर्ट ये कहने से हिचकता है की आप मधुमेह से निजात पा सकेंगे।
इन सभी चीजों के बीच डॉ एस कुमार जो एक शोधकर्ता हैं और मधुमेह पर सालों से शोध कर चुके हैं। उन्होंने अपने शोध के दौरान पाया की मेडिकल की किताबों में लिखा है की मधुमेह के जाँच तीन तरह की नहीं बल्कि 6 तरह की होती है। लोग इस बात को सुन कर कई बार हैरान हो जाते हैं। जो मरीज डॉ एस कुमार से मिलते हैं वो या तो सालों से दवा ले रहे हैं या तो इन्सुलिन पर चल रहे हैं। लें फ़िलहाल वो काफी तेजी से ठीक हो रहे हैं। अभी हालिया ही उन्होंने नॉएडा में भी एप्रोप्रियेट डाइट थेरपी सेंटर की एक ब्रांच खोली है जिस दौरान नेशनल खबर की टीम उनसे मिलने पहुंची और जानकारी ली की आखिर कैसे लोग अधूरी जाँच के कारण सालों से दवाइयां ले रहे हैं। पूरी जानकारी के लिए दिए हुए लिंक पर क्लिक करें।
आइए जानते हैं एस कुमार के बारे में
डॉ. एस कुमार Appropriate Diet Therapy Centre के संस्थापक हैं । डॉ. एस कुमार पीएचडी होल्डर होने के साथ साथ “डॉक्ट्रेट ऑफ लिटरेचर” की डिग्री रसियन यूनिवर्सिटी से प्राप्त कर चुके हैं साथ ही 3 बार गोल्ड मेडलिस्ट भी रहे हैं । डायबिटीज की दुनियां में शोध करने के लिए उन्हें फ्रांस की सीनेट में भारत गौरव अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है। इतना ही नहीं डॉ. एस कुमार को लंदन की 200 साल पुरानी पार्लियामेंट में डायबिटीज पर शोध के लिए बेस्ट साइंटिस्ट के अवार्ड से भी नवाजा गया है।
डॉ. एस कुमार अभी तक कई किताबें भी लिख चुके हैं, जिनमें से एक पुस्तक को राष्ट्रपति भवन के पुस्तकालय में स्थान भी दिया गया है। भारत में Appropriate Diet Therapy Centre की 56 से अधिक शाखाएं संचालित हैं यदि आप भी संपर्क करना चाहते हैं तो दिए गए नंबर कॉल करें : +91 9372166486